
प्रयागराज। राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या से बवाल मचा है। विपक्ष यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है, तो वहीं मामले में सरकार भी बेहद सख्त नजर आ रही है। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों के घर पर बुल्डोजर गरजेगा। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने आरोपियों की संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में लग गई है। पुलिस की मदद से पीडीए हत्याकांड में शामिल शूटरों की संपत्ति का विवरण जुटा रहा है। वहीं एक आरोपी अरबाज को पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। शूटरों की धरपकड़ के लिए यूपी एसटीएफ ने प्रयागराज में डेरा डाल रखा है। बता दें, प्रयागराज में दिनदहाड़े बदमाशों ने ताबड़तोड फायरिंग और बम से हमला कर राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी थी। हमले में उनके सरकारी गनर की भी हत्या हुई थी।
उमेश पाल की हत्याकांड को लेकर योगी सरकार बेहद सख्त नजर आ रही है। सीएम योगी की सख्ती के बाद उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों पर पीडीए का शिकंजा कसने लगा है। हत्याकांड के आरोपियों के घर पर बुल्डोजर गरजेगा, पुलिस की मदद से पीडीए हत्याकांड के शूटरों की संपत्ति जुटाने में लग गई है। हत्याकांड में नामजद आरोपियों के घरों और संपत्तियों का विवरण जुटाया जा रहा है, हालांकि इस मामले में नामजद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के घरों पर पहले ही बुलडोजर चल चुका है। लेकिन, अब गुलाम, अरबाज के अलावा कई आरोपियों की संपत्तियों का विवरण जुटाया जा रहा है।
बता दें, राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की बीते शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी ने अतीक अहमद के परिवार के खिलाफ केस दर्ज कराया है। गौरतलब है कि बीएसपी विधायक राजू पाल की साल 2005 में उनकी हत्या कर दी गयी थी। उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद गुजरात की जेल में बंद है।