रामपुर में जनसभा के दौरान आज़म का छलका दर्द, बोले- हमसे ज्यादा बेशर्म कौन ? हम पर दुनिया थूक रही…

उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में इस समय सियासी संग्राम जारी है। रामपुर में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में इस समय सियासी संग्राम जारी है। रामपुर में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सपा नेता आज़म खान ने रामपुर में पूरी ताकत झोंक रखी है। बुधवार को पूर्व मंत्री आज़म खान चुनावी जनसभा में वोट की अपील करते हुए अपने ऊपर हुई कानूनी कार्रवाई और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। आज़म खान ने अभी-अभी भाजपा में गए नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा “जो अभी भाजपा में गए हैं वो पोछा लगाएंगे”।

रामपुर में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए आज़म खान ने कहा कि अगर मैं जिंदा हूं तो जिंदा हूं, कोरोना को मात देकर लौटा हूं। आज़म खान ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान जा सकते थे नहीं गए, यहां हमारे बुजुर्गों की कब्रें हैं, यहां हमारी बुलंदी की कुतुबमीनार, ताजमहल है। उन्होने ने कहा कि न हम अकबर को छोड़े न ही जोधाबाई को।

आज़म खान ने अपने बेटे की उम्र पर बोलते हुए कहा कि हम पर कितना हंसोगे हम पर दुनिया थूक रही, हमसे ज्यादा बेशर्म कौन हो सकता है, मैं बदनसीब अपने बेटे की उम्र साबित नहीं कर सका, पैदा करने वाली मां बेटे की उम्र नहीं बता पाई। इससे पहले सपा नेता आजम खां रामपुर रविवार को चुनावी जनसभा में वोट की अपील करते हुए भावुक हो गये। आजम खां ने 27 महीने जेल के दर्द को बयां करते हुए कहा था मेरे खून के आंसूओं का बदला चुनाव में लेना। उन्होंने लोगों से पूछा मेरा कसूर क्या है ? सरकार जान की दुश्मन क्यों बनी हैं ?

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