बांदा. यूपी विधानसभा में तीसरे चरण के चुनाव के लिए सभी पार्टियों के दिग्गज अपने प्रत्याशियों के समर्थन के लिए सियासी अखाड़े में जोर आजमा रहे हैं। बसपा के गिरते जनाधार को बचाने के लिए खुद बसपा प्रमुख मायावती भी चुनावी रण में पूरी तरह से उतर आई है। कभी बुंदेलखंड बीएसपी का गढ़ हुआ करता था लेकिन वक्त के साथ ही बसपा के इस गढ़ में बीजेपी ने जबरदस्त सेंध लगाई और 2017 में पूरे बुंदेलखंड से बसपा का सफाया हो गया। 2022 के चुनाव में बसपा को संजीवनी देने आज मायावती ने बांदा में जनसभा को संबोधित किया है।
बसपा प्रमुख मायावती आज बांदा पहुंची। मेडिकल कॉलेज के हेलीपैड से मायावती सीधे जनसभा स्थल पहुंची जहां उनको सुनने आए लोगों का उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उसके बाद बिना वक्त गवाएं बसपा प्रमुख ने अपने संबोधन की शुरुआत कर दी। तकरीबन 40 मिनट के संबोधन में बसपा सुप्रीमो ने जहां एक तरफ कांग्रेस और सपा पर तीखे हमले किए वही भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी की सरकार पर गुंडे माफिया अराजक तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस को गरीब पिछले मजलूम दलितों का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमलावर होते हुए मायावती ने भाजपा को जातिवादी व्यवस्था और पूंजीवादियों की सरकार करार दिया और इन सब से बचने का आवाहन किया।
अपने संबोधन में मायावती ने कहा के बसपा प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव लड़ रही है और सरकार बनी तो पिछली सरकार में जनता को मिल रही सभी सुविधाएं बहाल की जाएगी, गुंडाराज और अराजकता को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा, कानून व्यवस्था का राज होगा, बसपा सरकार किसानों बेरोजगारों और वंचितों के लिए काम करेगी। भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए मायावती ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार में दलितों मुस्लिमों के साथ ब्राह्मणों का भी बड़ी तादाद में उत्पीड़न हुआ है, महिलाओं के लिए भाजपा सरकार बेहद घातक साबित हुई है, बसपा प्रमुख ने वर्तमान भाजपा और पूर्वर्ती सपा सरकार पर प्रदेश का बंदरबांट करने, विकास के नाम पर दंगे और जाति भेदभाव फैलाने का आरोप लगाया।
2007 में बनी बसपा सरकार के कामों को याद दिलाते हुए मायावती ने कहा कि बसपा किसी भी चुनाव में कोई घोषणा पत्र नहीं लाती बल्कि बसपा कहने में नहीं करने में विश्वास रखती है मायावती ने कहा कि 2007 में बनी बसपा सरकार ने चित्रकूट धाम मंडल को डकैतों से पूरी तरह से मुक्त करा दिया और बुंदेलखंड को विकास के रास्ते पर ले गई लेकिन बात की सरकारों ने जनहित की सभी योजनाओं को या तो बंद कर दिया उनकी तरफ से उदासीन रहीं। संबोधन के आखिर में मायावती ने लोगों से पांचवी बार बसपा की सरकार खुद को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाने का आह्वान किया । मायावती को सुनने हजारों की तादाद में भीड़ ने अपनी नेता का हाथ उठा कर स्वागत किया।