UP Election: कभी था राजा भैया का दाहिना हाथ, आज कुंडा सीट से गुलशन यादव दे रहे कड़ी चुनौती !

लखनऊ. पूर्वांचल के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा राजा भइया के नाम से जानी जाती है, लेकिन इस बार का चुनाव सबसे अलग हो रहा है। जहां समाजवादी पार्टी इस सीट से दूर रहती थी वहीं इस बार कभी राजा भइया के दाहिना हाथ रहे गुलशन यादव को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। बीजेपी ने भी राजा भैया को घेरने के लिए दो बार चुनाव लड़ चुके शिव प्रकाश मिश्र सेनानी की पत्नी सिन्धुजा को मैदान में उतार दिया है। बीजेपी और सपा के प्रत्याशी ने मामले को त्रिकोणीय बना दिया है।

लखनऊ. पूर्वांचल के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा राजा भइया के नाम से जानी जाती है, लेकिन इस बार का चुनाव सबसे अलग हो रहा है। जहां समाजवादी पार्टी इस सीट से दूर रहती थी वहीं इस बार कभी राजा भइया के दाहिना हाथ रहे गुलशन यादव को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। बीजेपी ने भी राजा भैया को घेरने के लिए दो बार चुनाव लड़ चुके शिव प्रकाश मिश्र सेनानी की पत्नी सिन्धुजा को मैदान में उतार दिया है। बीजेपी और सपा के प्रत्याशी ने मामले को त्रिकोणीय बना दिया है। जबकि बसपा से मो. फहीम उर्फ पप्पू भाई भी इस मुकाबले में खुद को मजबूत दावेदार साबित करने में जुटे हैं।

यूपी की सबसे हॉट सीटों में शुमार कुंडा विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। यूपी चुनाव के 5वें चरण में प्रतापगढ़ में चुनाव होना है। प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया भी तेज है। इसी कड़ी में आज पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी अपना नामांकन करेंगे। इसके लिए अफीम कोठी में सुरक्षा चौक चौबंद है। ड्रोन कैमरों से पुलिस निगरानी कर रही है। नामांकन के लिए राजा भैया में कुंडा से निकल चुके हैं। नामांकन से पहले राजा भैया ने पूजा पाठ कर भगवान से आशीर्वाद लिया है।

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के साथ ही बाबागंज सीट से विनोद सरोज भी अपना नामांकन करेंगे। राजा भैया का कुंडा और बाबागंज सीट पर दबदबा रहता है। राजा भैया का ये चुनाव उनके नवगठित जन सत्तादल लोकतांत्रिक के लिए भी अहम माना जा रहा है।

राजा भैया 6 बार से चुने जा रहे विधायक

राजाभैया कुंडा सीट से लगातार छह बार से निर्दलीय विधायक चुने जाते रहे हैं। इस बार वह अपनी स्वयं की पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। 2017 के चुनाव में वह 1,36,597 वोटों से जीते थे। मोदी लहर का भी कोई असर कुंडा व बाबागंज सीट पर नहीं देखने को मिला था।

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