जहां लगातार एक तरफ यह शिकायते मिलती है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर हमेसा नदारद रहते हैं समय से नहीं आते हैं और कई जगह ताला लटका रहता है लेकिन देवरिया जनपद के एक ऐसे अस्पताल की तस्वीर सामने आ रही है जो यह आयुर्वेदिक अस्पताल की है। इसके चारों तरफ बरसात का कई फीट पानी लग चुका है और बिल्डिंग भी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। मरीज इलाज कराने वहां नहीं जा सकते लेकिन इस अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी मरीजों का इलाज अस्पताल से कुछ दूरी पर बने एक मंदिर में कर रहे हैं
जी हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय महुआ बारी का। इस अस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है जर्जर हो चुकी है और इसके चारों तरफ बरसात का कई फीट पानी लग चुका है लेकिन यहां पर 4 लोगों का स्टाफ है यह चारों लोग समय से हमेशा अस्पताल आते हैं और मरीजों का बेहतर इलाज होता है।
अक्सर यह देखा जाता है और सुना जाता है कि अस्पतालों से डॉक्टर नदारद रहते हैं। लेकिन देखिए किस तरह से य़ह डॉक्टर अपने पूरे स्टाफ के साथ एक मंदिर में बैठकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं या तस्वीरें बयां कर रही हैं कि डॉक्टर अपने जिम्मेदारियों के प्रति कितना सजग है और समय से आकर अपनी ड्यूटी भी निभा रहे हैं।
डॉक्टर कहते हैं कि क्या करें यहां पानी लग गया है बिल्डिंग जर्जर है हमारा स्टाफ इसी गंदे पानी में अस्पताल पर जाकर दवाएं लाता है और हम इसी मंदिर में बैठकर इलाज करते हैं हमें तो मरीजों की सेवा करनी है। वही इलाज कराने आए मरीजों का कहना है कि डॉक्टर रोजाना आते हैं अस्पताल के सामने पानी लग गया है हम लोग इसी हनुमान जी के मंदिर में आते हैं और दवा इलाज कराते हैं।