
सूबे में एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। बुलडोजर बाबा के शपथ लेते ही प्रशासनिक अमला कैसे एक्टिव हो गया इसका ताजा उदाहरण सोनभद्र में देखने को मिला। जिले में लम्बे समय से अवैध परिवहन का खेल चल रहा है। परिवहन माफियाओं के इस खेल को रोकने के लिए न तो प्रशासन कभी दिलचस्पी दिखाई और न कर्मचारियों ने ईमानदारी से कभी अपनी ड्यूटी निभाई, लेकिन योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण लिए जाने के बाद ही सोनभद्र जिला प्रशासन एक्शन में नजर आ रहा है। चुनाव के समय जो अधिकारी इन्ही ट्रकों व खनन क्षेत्र से जमकर धन उगाही कर रहे थे अब दोबारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद अधिकारी एक्शन में आ गए है।
जिलाधिकारी ने अवैध खनन व परिवहन पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अब तक निर्धारित जाँच स्थल को बंद करते हुए नया जाँच स्थल लोढ़ी निर्धारित कर दिया है । जिसके लिए बाकायदा तीन शिफ्टों में एसडीएम के नेतृत्व में टीमें भी लगा दी गयी जो तीन पालियों में खनिजों का परिवहन करने वाले वाहनों के ईएमएम-11 व ओवरलोड वाहनों की जांच करेंगे।
खनिज अधिकारी जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि “खनिजों का परिवहन करने वाले प्रत्येक वाहन के शीशे पर ईएमएम-11 सेलो टेप से चस्पा किया जाएगा। यदि किसी के शीशे पर ईएमएम-11 चस्पा किया हुआ नहीं मिला तो उसे अवैध परिवहन माना जाएगा और इसके लिए जांच स्थल पर तैनात अधिकारी/कर्मचारी को जिम्मेदार माना जाएगा।
वहीं खनिज अधिकारी जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि “कोई भी वाहन या ट्रक बिना परिवहन प्रपत्र ईएमएम-11/ई-प्रपत्र-सी से परिवहन ना करें साथ ही कोई भी वाहन निर्धारित क्षमता से अधिक अगले ओवरलोड परिवहन ना करें। यदि खनिजों का परिवहन करने वाले वाहन/ट्रक बिना परिवहन प्रपत्र ट्रक बिना परिवहन प्रपत्र ईएमएम-11/ई-प्रपत्र-सी से परिवहन करते पाए जाने पर उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।