विधानमंडल के मानसून सत्र का आज बुधवार को तीसरी दिन है। सत्र की कार्यवाई 11 बजे शुरू होगी। इस सत्र में आज सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौदूदगी में विधायी कार्य होंगे। विधायी कार्यों के साथ सदन में विपक्ष द्वारा विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामें के भी आसार हैं।
उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून सत्र शुरू होने से सियासी पारा गरमा है। कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में गलत तथ्य पेश कर जनता को गुमराह करने की कोशिश पर सपा मुखिया अखिलेश यादव को आईना दिखाया था। मंगलवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी और सच, नदी के दो किनारे हैं, जो आपस में कभी नहीं मिलते, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को सदन में सच बोलने की आदत डालनी चाहिए।
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब इनको मौका मिला तो कुछ न कर सके, लेकिन आज जब प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं, गांवों में साप्ताहिक आरोग्य मेले लग रहे हैं, इंसेफेलाइटिस खत्म हो रहा है, तो नेता प्रतिपक्ष को खुश होना चाहिए। सहयोग भले न कर सकें लेकिन कम से कम गलत और भ्रामक बयान देकर प्रदेश की बेहतरी में अड़ंगा तो न लगाएं।
अखिलेश यादव पूर्व में मुख्यमंत्री रहे हैं, आज मुख्य विपक्षी दल के नेता हैं, जनता को भ्रमित करना, गुमराह करना इन्हें शोभा नहीं देता। सदन में बोलने से पहले नेता प्रतिपक्ष को आंकड़ों का सत्यापन कर लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है, उत्तर प्रदेश ने भी इस लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग करते हुए खुद के लिए $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का संकल्प लिया है।