विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय बैठक खत्म, संतो ने कहा मस्जिदों और चर्चों पर कोई नियंत्रण नहीं

संतो ने कहा कि जब मुस्लिम और ईसाइयों के मस्जिदों और चर्चों पर कोई भी सरकारी नियंत्रण नहीं है.

हरिद्वार में कनखल के श्री कृष्ण धाम में चल रही विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन का अंतिम और तीसरा सत्र समाप्त हो गया. बैठक के दूसरे दिन अंतिम सत्र में देशभर से पहुंचे साधु संत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा धार्मिक संपत्तियों और मंदिरों के अधिग्रहण को लेकर खासे नाराज दिखाई दिए.

संतो ने कहा कि जब मुस्लिम और ईसाइयों के मस्जिदों और चर्चों पर कोई भी सरकारी नियंत्रण नहीं है. ऐसे में केवल हिंदू धर्म से जुड़े मंदिरों को अधिग्रहित करना पूरी तरह से गलत है और सरकारों को तत्काल धार्मिक आस्था से जुड़े इन संपत्तियों को अधिग्रहण मुक्त कर देना चाहिए. बैठक में धर्मांतरण पर रोक, लव जिहाद जैसे कई विषयों पर भी चर्चा हुई.

देश भर के कोने कोने से पहुंचे साधु संतों ने एक सुर में समलैंगिक विवाह को मानसिक विकृति घोषित करते हुए कहा कि यह हिंदू धर्म को नुकसान पहुंचाने की साजिश है. इस मौके पर विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि दीपावली के आसपास साधू संत गांवों और छोटे शहरों में जा कर लोगों को हिंदू धर्म की रीतियों और प्राचीन परम्पराओं से अवगत कराएंगे. बैठक के बाद विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे और जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को संबोधित किया.

Related Articles

Back to top button