
कोरोना का उद्गम स्थल चीन अब बढ़ते सक्रिय मामलों से त्रस्त है. चीन में रविवार को बीते हफ्तों की तुलना में एक दिन में सबसे अधिक कोरोना से मौतों के आंकड़े दर्ज किये गए. अकेले चीन के शंघाई शहर में रविवार को कोरोना ने 39 जिंदगियों को निगल लिया. वहीं चीन की राजधानी बीजिंग में भी तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. महामारी की मार ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग घरों के अंदर लॉक हैं. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कठोर लॉकडाउन और सख्त कोरोना प्रोटोकॉल्स (Protocols) के जरिए कोरोना से उत्पन्न अब तक की सबसे खराब हालातों से निजात पाने के लिए संघर्ष कर रहा है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के सामने बेबस चीनी सरकार के रवैये से व्यवसायों और सार्वजनिक मनोबल पर भारी असर पड़ा है. महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच शंघाई के महानगरीय व्यापार केंद्र को अप्रैल महीने की शुरुआत में ही लगभग पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. कठोर तालाबंदी के नियमों ने आपूर्ति श्रृंखलाओं को तबाह कर रख दिया.
शंघाई सदमें में है। शहर में मौत का ख़ौफ़ पसरा है। कोरोना लौट आया। शंघाई में कठोर लॉकडाउन है। घरों से लाशें निकल रही है। कोरोना से ज्यादा मौतें खाने की कमी से हो रही है। मीडिया और इंटरनेट पर पहरा है। शंघाई शहर मुंबई जैसा है। चीन की आर्थिक राजधानी। सब बंद है। हमे तैयारी करनी चाहिए।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) April 25, 2022
एक तरफ जहां चीन में कोरोना अपना प्रकोप दिखा रहा है वहीं दूसरी तरफ, स्थानीय सरकार ने भी लोगों के बुलंद होते विरोधी सुरों को दबाना तेज कर दिया है. इस बीच कई दिनों से घरों में बंद लोगों ने दैनिक जरुरत वाली चीजों की मांग करते हुए कई वीडियो जारी किये जिन्हें सेंसर कर दिया गया.
बहरहाल, चीन में कोरोना हॉटस्पॉट वाले इलाकों को पूरी तरह सील कर दिया गया है और चीनी सरकार का यह सख्त आदेश है कि कठोर कोविड प्रोटोकॉल्स की अनदेखी किसी भी लिहाज से बर्दास्त नहीं की जाएगी.