लखनऊ. यूपी सरकार अगले सत्र से प्राथमिक विद्यालयों में ‘हैप्पीनेस पाठ्यक्रम’ शुरू करेगी। कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम पेश किया जाएगा। हैप्पीनेस पाठ्यक्रम छात्रों को अपने, परिवार, समाज, प्रकृति और देश से जुड़ने में सक्षम बनाएगा। बता दें, हैप्पीनेस पाठ्यक्रम दिल्ली और छत्तीसगढ़ में लागू किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में छात्रों को प्रकृति, समाज और देश के प्रति अधिक संवेदनशील बनाने के लिए ‘हैप्पीनेस पाठ्यक्रम’ को पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू करने की तैयारी चल रही है। हैप्पीनेस पाठ्यक्रम’ की रूपरेखा तैयार करने के लिए अगस्त से ही व्याख्यानों का आयोजन कर शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों को बुलाया जा रहा है। विशेषज्ञों से ये टीम संवाद कर रही है। अभी तक आठ व्याख्यानों का आयोजन हो चुका है।
राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में छह दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने आए राज्य प्रभारी (खुशी पाठ्यक्रम) सौरभ मालवीय ने बताया कि उत्तर प्रदेश की भौगोलिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ‘हैप्पीनेस पाठ्यक्रम’ को पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जाएगा। बता दें, यूपी प्राइमरी स्कूलों की संख्या 1,30,000 है जहां सात लाख शिक्षक कार्यरत हैं। राज्य सरकार बाद में इसे सभी स्कूलों में लागू करने पर विचार कर सकती है।