हिमस्खलन में 10 प्रशिक्षणर्थियों की मौत, द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में 29 फंसे, सरकार ने सेना से मदद मांगी

इस हादसे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह नें ट्वीट किया है. गृह मंत्री नें लिखा कि उत्तरकाशी में हिमस्खलन की घटना दुःखद है. इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है. 'स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, सेना की टीमें जुटीं हैं'. 'पूरी तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं टीमें'.

Desk: मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन में मरनें वालों का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है. इस घटना में अभी तक 10 प्रशिक्षणर्थियों की मौत हो गई. इससे पहले खबर सामनें आई थी कि दो प्रशिक्षणर्थियों की मौत हुई है. लेकिन मरनें वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. वहीं इस घटना में 19 प्रशिक्षणार्थी हिमस्खलन में अभी भी फंसे हुए हैं. द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में 29 फंसे हुए है. जानकारी हो कि ये एक दुर्गम पहाड़ी चोटी है. इस घटना के बाद से उत्तराखंड सरकार ने सेना से मदद मांगी है. प्रदेश सरकार नें रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने का अनुरोध किया है. सीएम ने रेस्क्यू के लिए सेना से मदद मांगी है.

घटना के बाद से केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के सीएम धामी नें बात की. माना जा रहा है कि छात्रों के रेस्क्यू में मौसम बाधा बन रहा है. सहारनपुर के सरसावा से 2 हेलिकॉप्टरों नें उड़ान भरी है. साथ ही बरेली से भी रेस्क्यू के लिए एक हेलिकॉप्टर पहुंचा. उत्तरकाशी के मातली हैलीपैड को बेस बनाकर रेस्क्यू किया जा रहा है. अधिक बर्फबारी होने के चलते रेस्क्यू में परेशानी हो रही है.

जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के द्रौपदी के डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन हुआ. जब यह घटना हुई तो उस दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के कुल 29 प्रशिक्षणार्थी ट्रेनिंग पर थे. हिमस्खलन के दौरान सभी प्रशिक्षणार्थी वहां फंस गए. जिसके बाद रेस्क्यू अभियान चलाया गया. NDRF, SDRF, सेना और ITBP की टीम रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी. जैसे-जैसे बचाव अभियान आगे बढ़ा, जानकारी मिली कि 10 प्रशिक्षुओं की इस हादसे में मौत हो गई है जबकि ताजा जानकारी के मुताबिक कई लोग घायल हुए हैं.

वहीं इस हादसे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह नें ट्वीट किया है. गृह मंत्री नें लिखा कि उत्तरकाशी में हिमस्खलन की घटना दुःखद है. इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है. ‘स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, सेना की टीमें जुटीं हैं’. ‘पूरी तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं टीमें’.

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