लंदन के साइंस म्यूजियम में अडानी ग्रीन एनर्जी गैलरी का शुभारंभ हुआ। इस गैलरी का मकसद उन विकल्पों का पता लगाना है जो टिकाऊ ऊर्जा पैदा करने, डेकार्बोनाइज करने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करेंगे। मंगलवार यानी 26 मार्च को इस पूरे मामले की जानकारी अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X के माध्यम से दिया है।
दरअसल आज अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने X.com पर इसकी जानकारी देते हुए पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि, “आज एक लाल अक्षर वाला दिन है जो लंदन में @sciencemuseum में अदानी ग्रीन एनर्जी गैलरी के उद्घाटन का प्रतीक है। हमें सर टिमोथी लॉरेंस और सर इयान ब्लैचफोर्ड के नेतृत्व में विज्ञान संग्रहालय के साथ साझेदारी पर गर्व है, जिसने इसे आश्चर्यजनक बनाया है गैलरी एक वास्तविकता है। यह गैलरी स्थिरता, परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी और जलवायु विज्ञान की समझ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
‘फ्यूचर प्लैनेट’ में आने वाले यह देख सकते हैं कि पृथ्वी ग्रह को समझने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा जटिल कंप्यूटर-आधारित मॉडल का उपयोग कैसे किया जाता है, और यह जलवायु के भविष्य को कैसे समझा सकता है। गैलरी के केंद्र में ‘ओनली ब्रीथ’ नामक एक चलती-फिरती मूर्ति खड़ी है। यह तकनीकी परिवर्तन को प्रेरित करने की प्रकृति की शक्ति का प्रतीक है।
इस दौरान अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के कार्यकारी निदेशक सागर अदानी ने अपने बयान में कहा कि, “गैलरी के प्रायोजन के माध्यम से, हमारा उद्देश्य युवा दिमागों, वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों को स्वच्छ ऊर्जा द्वारा संचालित भविष्य की कल्पना करने और कार्बन मुक्त दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करना है। यह उनकी रुचि, जिज्ञासा और जागरूकता को प्रोत्साहित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की एक पहल है। स्वच्छ प्रौद्योगिकियों के निर्माण में सक्रिय भागीदारी। गैलरी वैश्विक समुदाय को ऊर्जा दक्षता, स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और कार्बन उत्सर्जन में कमी की दिशा में बदलाव को सक्षम करने के लिए एक साथ लाती है।”