थाने पहुंचने के बाद शुरू हो जाता है पैसों का खेल, दरोगा के साथ सीओ भी फंसे

सीओ के निर्देशानुसार ही मुकदमे को खत्म करने के लिए लेन-देन की बात की थी, फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी।

एंटी करप्शन की सहारनपुर और मेरठ की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 50 हजार की रिश्वत लेते हुए सीओ नकुड़ के पेशकार दरोगा हरपाल सिंह को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद थाना सदर बाजार में दरोगा हरपाल सिंह से पूछताछ की गई थी। इस मुकदमे में सीओ को दरोगा के साथ ही नामजद किया गया है।

दरोगा ने बताया कि सरसावा थाने में महेश कुमार सैनी के खिलाफ दर्ज एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा झूठा पाया गया था, जिस कारण मुकदमे में एफआर लगानी थी। इसके लिए सीओ के निर्देशानुसार ही मुकदमे को खत्म करने के लिए लेन-देन की बात की थी, फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी इसके बाद बात 80 हजार रुपये में बात तय हो गई थी।

एंटी करप्शन टीम ने दरोगा के बयान को भी फर्द में शामिल कर सदर थाने में तहरीर दी, जिसमें सीओ नकुड़ को भी अभियुक्त बनाया गया है। इंस्पेक्टर मंडलीय भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर सुभाष सिंह ने बताया कि सीओ पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

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