
केंद्र सरकार के तीन ‘कृषि कानूनों के खिलाफ पद्रर्शन कर रहें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि, ट्रैक्टर भी वही हैं और किसान भी वही। इस बार गूंगी-बहरी सरकार को जगाने और अपनी बात मनवाने के लिए किसान 29 नवंबर को ट्रैक्टरों से संसद भवन जाएंगे।
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने भी कहा था कि, 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 500 किसान हर दिन संसद तक शांतिपूर्ण ट्रैक्टर मार्च में हिस्सा लेंगे। आपको बता दे कि किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेजी देने की तैयारी कर चुके हैं।
बता दे कि 22 नंवबर को किसान आंदोलन का एक साल पूरा हो रहा। पिछले साल से राजधानी दिल्ली की सीमा पर पंजाब, हरियाणा और कुछ दूसरे राज्य के किसानों का प्रदर्शन जारी है. ये किसान अध्यादेश के ज़रिए बनाए गए तीनों नए कृषि क़ानून को वापस लेने की मांग कर रहे है