अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद को दी नसीहत, धर्म के खिलाफ बयान देने वाले नेताओं पर जताई नाराजगी

भाजपा के खिलाफ पीडीए का नारा देने वाली सपा को अब फिर ब्राह्मणों की याद आने लगी है। अखिलेश यादव रविवार को एक ब्राह्मण सभा में महाब्राह्मण समाज से समर्थन मांगा। सपा कार्यालय में हुई महाब्राह्मण महापंचायत में अखिलेश यादव शामिल हुए। उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए महाब्राह्मण समाज से समर्थन मांगा। इस कार्यक्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए उन्होंने ब्राह्मण समाज से साथ देने का आह्वान किया.

अखिलेश ने स्वामी प्रसाद मौर्या के विवादित बयानों को लेकर नाराजगी जताई है। स्वामी प्रसाद मौर्या लगातार धार्मिक बयानबाजी कर रहे हैं। वे हिन्दू धर्म के खिलाफ लगातार विवादित बयानबाजी दे रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्या लगातार धार्मिक बयानबाजी कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ कई नेता शिकायत कर चुके हैं।

ब्राह्मण समाज से समर्थन की मांग

सपा कार्यालय में रविवार को हुई महापंचायत में अखिलेश यादव शामिल हुए। उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और उसे हटाने के लिए ब्राह्मण समाज से समर्थन मांगा। इस दौरान ब्राह्मण समाज के लोगों ने अखिलेश यादव से बिना नाम लिए राम और रामचरितमानस पर पार्टी नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध जताया। वहीं बिना नाम लिए अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी ऐसी चीजों पर अंकुश लगाएगी। उन्होंने ब्राह्मण समाज को आश्वासन दिया कि ऐसी चीजों पर रोक लगाई जाएगी । दूसरी ओर उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसी भी धर्म और जाति को लेकर के कोई टिप्पणी न करने की नसीहत दी ।

अखिलेश यादव पहले भी पार्टी नेताओं को जाति और धर्म पर टिप्पणी से बचने की हिदायत देते रहे हैं। लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य पर इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिला है। देखना होगा अब कि ब्राह्मणों का साथ लेने के लिए जुटी सपा के इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद क्या स्वामी प्रसाद मौर्य धर्म, राम, भगवान पर अपनी टिप्पणियों से बाज आते हैं या आने वाले दिनों में और भी नए तर्क उनके सुनाई देंगे।

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