कानपुर देहात से अखिलेश की चुनावी दहाड़, भाजपा सरकार पर जमकर साधा निशाना…

इस बीच अखिलेश ने पुलिस पर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, "पुलिस के लिए हमने 100 नंबर गाड़ी दी थी मगर भाजपा उसे 112 कर दिया...

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव दूसरे चरण के मतदान के बाद काफी एक्टिव नजर आ रहे है। जगह – जगह लगातार रैलियों और जनसभाओं के माध्यम से न सिर्फ जनता को लुभा रहे हैं बल्कि विपक्ष को साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए शनिवार यानी 27 अप्रैल को अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के रसूलाबाद विधानसभा में रोड शो करने पहुंचे थे। जहां, वो दोपहर 11 बजे तक मरहमताबाद हवाई पट्टी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद जनसभा को सम्बोधित करते हुए सपा की उपलब्धियां गिनाने के साथ भाजपा सरकार पर निशाना साधा।

अपने संबोधन में अखिलेश ने कहा कि, “हमारा इस हवाई पट्टी पर उतरने का मकसद आपको ये दिखाना था कि जो-जो काम समाजवादी पार्टी ने शुरू किए थे, उन सभी कामों को भाजपा सरकार ने बंद करवा दिया। आज प्रदेश के युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। हमने जितनी भी अच्छी योजनाएं जनता के लिए शुरू की थी, उन सभी योजनाओं को बंद कर दिया गया। हवाई पट्टी से लेकर किसानों के लिए मंडी तक, सब बंद हो गई।”

अगर मंडी बनती, तो किसानों को उनके पैदावार की बेहतर कीमत मिलती। हमने बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए जगह जगह सब स्टेशन बनाने का काम शुरू करवाया था, थोड़ा बहुत काम हुआ भी था मगर इन लोगों ने उसको भी बंद कर दिया। प्रदेश में जब किसी को भी घर परिवार में स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी होती थी तो फोन मिलाते ही एंबुलेंस मिल जाती थी, इस योजना को भी समाजवादी ने ही शुरू की थी।”

इस बीच अखिलेश ने पुलिस पर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, “पुलिस के लिए हमने 100 नंबर गाड़ी दी थी मगर भाजपा ने 100 नंबर से उससे 112 कर दिया। उन्होंने नंबर तो बढ़ा दिया मगर सुविधाएं नहीं। पुलिस को भी लगा कि नंबर बढ़ा तो वसूली बढ़ा देना चाहिए। ऐसे में इस बीच पुलिस का अन्याय भी बढ़ा है। आज जब प्रदेश का युवा और नौजवान नौकरी के लिए भटक रहा है तब इस सरकार में 10 पेपर लीक हुए। एक तरफ नौजवान मेहनत करता रहा और दूसरी तरफ उसे उस मेहनत के फल स्वरुप निराशा हाथ लगा।”

उन्होंने आगे कहा कि, “इस सरकार ने जानबूझकर इन पपेरों को लीक करवाया है, क्योंकि वो नौकरी नहीं देना चाहती। अगर नौकरी देनी पड़ी, तो आरक्षण भी देना पड़ेगा। ऐसे में आरक्षण न देना पड़े, इसलिए जानबूझकर पेपर लीक करने का काम कर रही है।” 

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