रायबरेली में भाजपा बनाम कांग्रेस! BJP के मेगा शो ने बढ़ाई विपक्ष की धड़कन, यहाँ पढ़ें पूरी खबर  

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में भाजपा ने जीत का स्वाद चखा, लेकिन रायबरेली में जीत न होने की कसक आज भी भाजपा हाईकमान को खल रही है।

डिजिटल डेस्क: वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ही भाजपा गांधी परिवार के गढ़ में कमल खिलाने के लिए जोर आजमाइश कर रही है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में भाजपा ने जीत का स्वाद चखा, लेकिन रायबरेली में जीत न होने की कसक आज भी भाजपा हाईकमान को खल रही है। अब जहां एक तरफ लोकसभा चुनाव से पहले अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि इस बार कांग्रेस से वहां लोकसभा का चुनाव कौन लड़ेगा, हालांकि कांग्रेसी दावा जरूर कर रहे हैं कि गांधी परिवार से ही कोई न कोई चुनाव लड़ेगा। तो वहीं दूसरी तरफ, भाजपा अमेठी के बाद रायबरेली का किला फतह करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।

PM मोदी ने वर्चुअल माध्यम से किया रायबरेली एम्स का उद्घाटन

यही वजह है कि रविवार यानी 25 फरवरी को एम्स परिसर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में मेगा शो का आयोजन किया गया है। जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के साथ कई दिग्गज मंत्री शामिल हुए। जहां, प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल माध्यम से रायबरेली एम्स का उद्घाटन किया है। CM योगी ने इस अवसर पर परिसर में मौजूद जनसभा को सम्बोधित भी किया।

CM योगी का आश्वासन – ‘विकास में नहीं आने दी जाएगी कोई कमी’

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सबको स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी के साथ यूपी में दो एम्स बनवाए हैं। हमारी सरकार ने एक जनपद और एक मेडिकल कॉलेज की दिशा में तेजी से काम किया है। आज रायबरेली में एम्स स्वास्थ्य सेवा का लोकार्पण मील का पत्थर साबित होगा। इस बीच उन्होंने रायबरेली वासियों को एम्स के लोकार्पण पर बधाई देते हुए आश्वासन दिया कि वहां के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

राहुल गांधी के न्याय यात्रा रूट में रायबरेली भी शामिल

दरअसल, आज बीजेपी के मेगा शो का आयोजन कितना बड़ा था इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पार्टी ने जनसभा में 30 हजार से ज्यादा भीड़ पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। अपने इस मेगा शो के जरिए बीजेपी ने विरोधी खेमे को चुनाव से पहले अपनी ताकत का एहसास कराया है। वहीँ, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के रूट में इस लोकसभा क्षेत्र को भी शामिल किया गया है। जिससे यह भी साफ़ हो जाता है कि कांग्रेस रायबरेली को अपने पास बरकरार रखना चाहती है और अपने खोए हुए किले अमेठी को भी हासिल करना चाहती है। जो भी हो मगर ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में रायबरेली के अंदर टक्कर बड़ी जोरदार होने वाली है।

लेखक – विश्वेश तिवारी (डिजिटल एसोसिएट, भारत समाचार)

Related Articles

Back to top button