
दिल्ली- NCR प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने एक टास्क फोर्स का गठन किया। सुप्रीम कोर्ट में आज मामले की सुनवाई से पहले केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कोर्ट को जानकारी दी। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दकहिल कर बताया कि इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लाईंग स्कवायड का गठन किया है। केंद्र सरकार ने पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है। केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स को विधायी शक्तियां भी दी, साथ हीसजा देने और प्रिवेंटिव विधायी शक्तियां भी टास्क फोर्स को दी गई हक़ीन
केंद्र सरकार ने हलफ़नामे में कहा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स की अध्यक्षता M M कुट्टी (CAQM के चेयरपर्सन) करेंगे। CPCB के चेयरमैन तन्मय कुमार इसके सदस्य होगे, साथ ही विभा दवान (DG TERI), एन के शुक्ला (पूर्व चेयरमैन मध्यप्रदेश पलूशन कंट्रोल बोर्ड), आशीष दवान (CAQM NGO के सदस्य) भी केंद्र सरकार की इंफोर्समेंट टास्क फोर्स के सदस्य होंगे। केंद्र सरकार ने हलफनामें में कहा कि 17 फ्लाइंग स्क्वायड सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेंगे। अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या बढ़ा पर 40 कर दी जाएगी।
कल सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और केंद्र सरकार को फटकार लगाई थी।सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए 24 घंटे में ठोस कदम उठाने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट कहा था हम 24 घंटे दे रहे हैं, सरकारें प्रदूषण पर तुरंत कदम उठाएं, नहीं तो हम आदेश जारी करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम इंडस्ट्रियल प्रदूषण और ट्रांसपोर्ट प्रदूषण को लेकर चिंतित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में स्कूलों के खोले जाने पर भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाई थी। जिसके बाद दिल्ली सरकार ने स्कूलों को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया।
सीजेआई एनवी रमन्ना ने कहा दिल्ली सरकार कह रही हैं कि आपने वर्क फ्रॉम होम लागू किया, स्कूल बंद किए. लेकिन ये सब दिख ही नहीं रहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आप रोज हलफनामा पेश कर रहे हैं, रिपोर्ट, कमेटी रिपोर्ट सब दे रहे हैं. लेकिन ग्राउंड पर क्या हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आपने टास्क फोर्स बनाई थी, उसका क्या हुआ. उसमें दिल्ली सरकार के कितने आदमी हैं और केंद्र के कितने? सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आप ये बताइए कि क्यों युवाओं को सड़कों के बीच में इन बैनर के साथ खड़ा किया गया. वे यहां आपके प्रचार के लिए थे. किसी को उनके स्वास्थ्य के बारे में सोचना चाहिए।
स्टोरी- अवैश उस्मानी