उत्तराखंड@25 चिंतन शिविर में बोले सीएम धामी- “प्रदेश के अधिकांश लोग खेती एवं बागवानी में ले रहे कम रुचि”

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में  सशक्त उत्तराखंड@25 चिंतन शिविर में प्रतिभाग किया. सीएम धामी ने चिंतन शिविर के तीसरे दिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए और कई बातों को रखा.

Deharadun| Digital Desk: आज सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में  सशक्त उत्तराखंड@25 चिंतन शिविर में प्रतिभाग किया. सीएम धामी ने चिंतन शिविर के तीसरे दिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए और कई बातों को रखा. सीएम धामी ने कहा कि राज्य में खेती एवं बागवानी को बंदरो द्वारा काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. जिससे अधिकांश लोग खेती एवं बागवानी में कम रूचि ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी हो रहा है. इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए संबंधित विभागों को भी वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने होंगे. वन विभाग, कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन कर इस समस्या का समाधान निकाला जाए.

इस कार्यक्रम में वन मंत्री भी मौजूद थे उन्होंने कहा कि वन पंचायतों के माध्यम से स्थानीय लोगों को वनों से जोङना होगा. इसके लिये वनों के माध्यम से उनकी आजीविका को बढ़ाने के प्रयास करने हैं.

इसी के साथ कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आईटीआई में बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण मिले, इसके लिए आईटीआई में आवश्यक संसाधनों एवं मैनपावर को बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा. भविष्य की आवश्यकताओं के हिसाब से विश्लेषण कर कार्यों को आगे बढ़ाना होगा. इस कार्यक्रम मे मौजूद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट को और अधिक प्रमोट करने की जरूरत है. योग के क्षेत्र में भी राज्य में और तेजी से कार्य हों, योग में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं, इस दिशा में प्रयास किए जाए.

वही चिंतन शिविर में शामिल हुए नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि उनका उत्तराखण्ड से काफी समय से लगाव रहा है. राज्य के समग्र विकास के लिए हो रहे इस चिंतन शिविर के आने वाले समय में राज्य को अच्छे परिणाम मिलेंगे. नीति आयोग द्वारा राज्य को हर संभव सहयोग दिए जाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि उत्पादों की वैल्यू एडिशन, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा. अगले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है.

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