
सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में वनटांगिया समुदाय के लोगों के साथ दीपावली मनाई. उन्होंने वनटांगिया विकास के लिए 80 करोड़ की 288 विकास परियोजनाओं के लोर्कापण और शिलान्यास किया. इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने अपना संबोधन भी दिया और कई बड़ी बाते कहीं.
उन्होंने कहा कि भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद, अपने घर अयोध्या वापसी की स्मृति में पूरा देश दीपावली के उत्सव को मनाता है, हर घर में दीपक जलते हैं. सीएम योगी ने कहा कि कल आप सब ने अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम देखा होगा. प्रधानमंत्री मोदी के सानिध्य में, उनके मार्गदर्शन में कितना भव्य उत्सव अयोध्या के अंदर आयोजित हुआ.
यही भव्यता, यही दिव्यता जीवन का हिस्सा है. सीएम ने आगे कहा कि हम पुरुषार्थ, सत्य, न्याय और धर्म के मार्ग पर चलेंगे तो दीपावली जैसे आयोजन हम सब के जीवन में परिवर्तन के कारक बनेंगे. यही भव्यता और दिव्यता हमें एक नई ऊंचाई तक पहुंचाएगी. सीएम योगी ने अपने संबोधन के दौरान आगे कहा कि आपका ये कार्यक्रम, विगत 15 वर्षों से मैं निरंतर यहां पर आता रहा हूं.
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद भी जिन लोगों को न्याय नहीं मिल पाया था उन वनटांगिया, उन मुशहर जाति के लोगों को न्याय दिलाने के लिए जो लड़ाई हम लोगों ने आज से 20 वर्ष पहले शुरू की थी, उस लड़ाई को 2017 में मूर्त रूप देते हुए, उन्हें राजस्व गांव के रूप में मान्यता देने का हो, जमीं के पट्टे का हो या फिर सम्मानजनक जीवन यापन करने के लिए शासन स्तर पर एक सकारात्मक पहल को आगे बढ़ाने का हो.
सीएम योगी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मुझे लगता है कि सही मायने में दीपावली का ये कार्यक्रम किसी के लिए उत्साह और उमंग का सर्वाधिक, सहज, सर्वसुलभ अवसर है तो पुरे भारतवासियों के लिए तो है ही लेकिन वनटांगिया, मुशहर, थारू, कोल, शहरिया जैसी जाति के लोगों के लिए जिन्हें पहली बार शासन की सुविधाएं मिलना प्रारंभ हुई है, उन सब के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसके लिए मैं आप सबको बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं.
सीएम योगी ने कहा कि आपने देखा होगा, कल प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी दीपावली ऐसी होनी चाहिए कि हर गरीब के घर दिया जल सके. हर व्यक्ति अपने परिवार के साथ, अपने सगे-संबंधियों के साथ दीपावली मनाता है लेकिन इन वनटांगिया, इन मुशहर जाति के लोगों के साथ कौन मनाता है. हमने 15 वर्ष पहले इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. उस समय यहां पर कोई नहीं आता था.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक तरफ फारेस्ट के लोग, दूसरी तरफ पुलिस के लोग इन्हें प्रताड़ित करते थे. कोई बुनियादी सुविधा नहीं, ना सड़क, ना बिजली, ना पानी, ना राशन, ना शिक्षा की व्यवस्था, ना स्वास्थ्य की व्यवस्था, ना पेंशन, ना मकान, कुछ भी नहीं, और अगर किसी ने इसकी मांग कर दी तो उसे कानूनी शिकंजे में कसकर खूब प्रताड़ित किया जाता था.
लेकिन आज वनटांगिया और मुशहर जाति के लोगों ने देखा है कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ मिल रहा है, राशन की सुविधा प्राप्त हो रही है, वहां तक बिजली पहुंच चुकी है, जमीन के पट्टे या तो हो चुके हैं या मिलने वाले है. उनके बच्चों के लिए स्कूल स्थापित हो गया है. उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किये जा रहे हैं. और इसीलिए शासन की सभी सुविधाएं उपलबध हो जाना, और शासन की संवेदनशीलता के साथ सुविधाएं उपलब्ध हो जाना ही रामराज्य है.