वाराणसी पहुंचे सीएम योगी ने दिया देश की अखंडता का सन्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी के दो दिवसीय दौर पर वाराणसी पहुंचे हुए हैं, जहां उन्होंने भारत के अलग अलग धर्म और समुदायों का जिक्र करते हुए, सब का एक ही लक्ष्य 'वसुधैव कुटुंबकम' बताया. उन्होंने अपने इस कार्यक्रम की जानकारी स्वदेशी माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म कू पर एक के बाद एक कई पोस्ट शेयर कर के दी। काशी पहुंचते हुए सबसे पहले सीएम जंगमबाड़ी मठ पहुंचे। जहां उन्होंने आयोजित श्री जगतगुरु विशेश्वर शिवाचार्य महास्वामी के पंचाधिक शताब्दी जन्मोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मठ में पूजा अर्चना की और साधुओं से मुलाकात भी की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी के दो दिवसीय दौर पर वाराणसी पहुंचे हुए हैं, जहां उन्होंने भारत के अलग अलग धर्म और समुदायों का जिक्र करते हुए, सब का एक ही लक्ष्य ‘वसुधैव कुटुंबकम’ बताया. उन्होंने अपने इस कार्यक्रम की जानकारी स्वदेशी माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म कू पर एक के बाद एक कई पोस्ट शेयर कर के दी। काशी पहुंचते हुए सबसे पहले सीएम जंगमबाड़ी मठ पहुंचे। जहां उन्होंने आयोजित श्री जगतगुरु विशेश्वर शिवाचार्य महास्वामी के पंचाधिक शताब्दी जन्मोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मठ में पूजा अर्चना की और साधुओं से मुलाकात भी की।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने संतो को सम्बोधित करते हुए कहा, भारत में अलग-अलग पंथ और समुदाय हैं। लेकिन ये विभाजन के लिए नहीं हैं। यह मंजिल तक पहुंचने के लिए अलग-अलग मार्ग हैं। लक्ष्य सबका एक ही है वसुधैव कुटुंबकम। उन्होंने कहा कि हम सभी को सदैव धर्म के मार्ग पर चलकर उसका अनुसरण करना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि पूरे भारत को तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व मिल रहा है। यही कारण है कि आज नई ऊर्जा के साथ भारत आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, “हम सबका एक ही संकल्प है… तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें…इस संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए हम सब लोक-कल्याण के इस वृहद अभियान के साथ लगे हुए हैं।” इस दौरान मुख्यमंत्री ने काशी को ज्ञान की धरा बताया और बाबा भेलनाथ के शहर को आगे बढ़ाने की बात कही.

पीएम मोदी का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा, दुनिया के सामने अपना देश ’एक भारत, समर्थ भारत व सशक्त भारत’ के रूप में स्थापित होता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री जी के कारण योग को वैश्चिक मंच पर मान्यता मिली है, 21 जून को पूरा विश्व योग दिवस के रूप में मना रहा है।

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