उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वो एक अधिकारी को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं। खबर है कि विधायक शलभ मणि के पास एक फरियादी पहुंचा था। कारण था ‘प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ के तहत मिले आवास के लिए आवास अधिकारी ने उसे अपात्र कर दिया था। इसी मामले पर फरियादी अपनी शिकायत लेकर विधायक के पास पहुंचा था।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला यूपी के देवरिया जिले का बताया जा रहा है, जहां बीजेपी के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का एक अधिकारी को फोन पर फटकार लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार मामला प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना से जुड़ा है, जिसमें एक पात्र व्यक्ति का नाम आवास अधिकारी के द्वारा योजना की सूची से हटा दिया गया था। इसी मामले पर विधायक ने नाराजगी जताई थी जिसका वीडियो अब चर्चा का विषय बना हुआ है।
विधायक ने अधिकारी को लगाई फटकार
वीडियो में विधायक अधिकारी से यह पूछते हैं कि क्या सिफारिश या दबाव के बिना योजना के लाभार्थियों को मकान नहीं मिल सकता। उनका कहना था कि यदि विधायक फोन न करे, तो पात्र व्यक्ति को मकान कैसे मिलेगा। उन्होंने अधिकारी को जमकर फटकार लगाई और व्यवस्था में सुधार की बात कही।
यह वीडियो इस बात को उजागर करता है कि सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में लापरवाही और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएं अभी भी मौजूद हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं—कुछ ने विधायक के कदम की सराहना की, तो कुछ ने इसे सार्वजनिक तौर पर अनुशासनहीनता बताया। इस तरह की घटनाएं सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच की खाई को भी उजागर करती हैं, जहां जनता की समस्याओं को लेकर जवाबदेही तय करने की जरूरत महसूस होती है।