सोशल मीडिया पर चीन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ ऐसा घटित हुआ है जिससे चीन के मौजूदा सियासी हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है. वायरल हो रहा वीडियो चीन के सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के समापन सत्र का है. वीडियो में 79 वर्षीय चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बगल में बैठे हुए हैं.
राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ अलंकृत ग्रेट हॉल ऑफ पीपल में मीडिया की चकाचौंध के बीच दो लोग (संभवतः सुरक्षा गार्ड) आते हैं और चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को जबरन उठाकर बाहर ले जाते हैं. कांग्रेस में कम्युनिस्ट पार्टी के समापन सत्र में हुए इस हाई वोल्टेज ड्रामे से चीन के मौजूदा सियासी हालात को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मिडीया में अटकलों का दौर जारी है. हालांकि किन परिस्थितियों के चलते हू जिंताओ को समापन सत्र से जबरन बाहर निकाला गया, यह अब तक साफ नहीं हो सका है.
वीडियो में पूर्व राष्ट्रपति के हाथ में कागजों का ढेर था. जब उन्हें सभा से बाहर ले जाने के लिए गॉर्ड आये तो वो दो लोगों से बात करते हुए दिखाई दिए, जो पूरे प्रकरण में गतिहीन बैठे रहे.अंत में, जब उन्होंने चलना शुरू किया, तो हू को शी से कुछ कहते हुए देखा गया, जिन्होंने बदले में अपना सिर हिलाते हुए स्वीकार किया. फिर वह दो गॉर्ड के साथ दरवाजे की और बढ़ने लगे. हालांकि वो हॉल से बाहर निकले या नहीं यह भी अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है.
हमारे पड़ोस में कुछ खतरनाक हो रहा है। चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को सबसे अहम मीटिंग के बीच मे जबरन खींचकर बाहर ले जाया गया। शी की तीसरी ताजपोशी के ठीक पहले हू को बंधक बनाना हतप्रभ करता है। ऐसी घटनाएं सद्दाम हुसैन के समय हुआ करती थी। चीन अब सम्पूर्ण तानाशाही की ओर अग्रसर है pic.twitter.com/mRhc6ubB1u
— Brajesh Misra (@brajeshlive) October 22, 2022
बता दें कि जब यह घटना घटित हुई तो ग्रेट हॉल ऑफ पीपल में 2,296 से अधिक प्रतिनिधि और अधिकारी शामिल थे. गौरतलब हो कि हू जिंताओ ने साल 2012 में 10 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद शी को सुचारू रूप से सत्ता सौंप दी थी. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ‘हु’ सभा छोड़ने के लिए अनिच्छुक दिखाई दिए क्योंकि सुरक्षाकर्मी उन्हें सभा छोड़ने के लिए मना रहे थे.