गाजीपुर: मुख्तार एंड फैमिली की बढ़ी मुश्किलें, अब इस मामले में पत्नी और दोनों साले समेत 4 के खिलाफ केस दर्ज

गाजीपुर में मुख्तार अंसारी की पत्नी व दोनों साले अनावर शहजाद व आतिफ रजा समेत चार के खिलाफ कंपनी को डरा, धमका कर अपने नाम कराने और कंपनी के करोड़ो रूपये के हड़पने का मामला सामने आया है।

गाजीपुर. गाजीपुर में मुख्तार अंसारी की पत्नी व दोनों साले अनावर शहजाद व आतिफ रजा समेत चार के खिलाफ कंपनी को डरा, धमका कर अपने नाम कराने और कंपनी के करोड़ो रूपये के हड़पने का मामला सामने आया है। दरअसल सदर कोतवाली में मसूद आलम पुत्र स्व इनामुलहक, निवासी सैय्यदबाड़ा थाना कोतवाली गाजीपुर ने कोतवाली में मुख्तार अंसरी की पत्नी आफसा अंसारी व दोनों साले आतिफ रजा, अनावर शहजाद, व जाकिर हुसैन के खिलाफ कोतवाली में विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी को हड़पने और कंपनी के ढाई से 3 करोड़ हड़पने की तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तहरीर के आधार पर कोतवाली में धारा 406, 420,386, 506 के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

फिलहाल पूरे मामले में एसपी ओमवीर सिंह ने कहां की मसूद आलम के द्वारा कोतवाली में एक तहरीर दी गई थी और उनके द्वारा आरोप लगाया गया था कि तीन अन्य सहयोगियों के द्वारा विकास कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी बनाई गई थी 2010 और 2012 में अफसा अंसारी अनवर शहजाद समेत अन्य इनके भाई हैं उनके द्वारा डरा धमका कर उनकी कंपनी में अनाधिकृत रूप से कब्जा कर लिया था और कंपनी के जो भी एसेस्ट थे जो मसूद आलम के द्वारा बताया गया है कि उनके 76 लाख से और अन्य के मिला करके कुल करोड़ों रुपए हड़प लिए गए थे। इसी को लेकर मसूद आलम के द्वारा कोतवाली में एक प्रार्थना पत्र दिया गया था जो प्रथम दृष्टया गंभीर आरोप को देखते हुए कोतवाली में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और इसकी विवेचना चल रही है और विवेचना के क्रम में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

वहीं उन्होंने यह भी बताया कि जब इस मामले की विवेचना होगी तो कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं तो आने वाले उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी वहीं एसपी ओवैसी ने यह भी बताया कि यह मामला पूर्ण रूप से कंपनी हड़पने का मामला है इस दौरान उन्होंने बताया कि कंपनी में जो लोग शुरुआती दौर के रहे हैं उनमें केवल एक को छोड़कर बाकी अनाधिकृत रूप से सभी को चेंज कर दिया गया है क्योंकि डायरेक्टर बदलने के लिए एक प्रक्रिया होती है और उस प्रक्रिया को भी निश्चित तौर से नहीं किया गया है इस दौरान एसपी ने यह भी बताया कि कंपनी का जो मालिकाना हक है उसको भी छीनने का काम किया गया है इस दौरान एसपी ने बताया कि जो प्रार्थना पत्र में लिखा है कि विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी 2007 में रजिस्टर्ड हुई है 2010 और 2012 में इसके डायरेक्टर बदले गए हैं अनाधिकृत रूप से हर तरह के दबाव व प्रलोभन वह धमकी देकर बदले गए हैं यही नहीं इस कंपनी को हड़पने के अलावा तकरीबन कंपनी के 2:30 से तीन करोड़ भी हड़प लिए गए है।

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