प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, पर्वतीय इलाकों मे भूस्खलन तो मैदानी इलाकों में फसल हो रही बर्बाद

उत्तराखंड मे पिछले कई दिनो से लगातार बारिश हो रही है. जिस कारण जन जीवन बेहाल है. वही पर्वतीय इलाकों मे भूस्खलन के कारण रास्ते भी बंद हो चुके है. नैनीताल जिले में भी बारिश का खासा असर देखने को मिला है

Desk: उत्तराखंड मे पिछले कई दिनो से लगातार बारिश हो रही है. जिस कारण जन जीवन बेहाल है. वही पर्वतीय इलाकों मे भूस्खलन के कारण रास्ते भी बंद हो चुके है. नैनीताल जिले में भी बारिश का खासा असर देखने को मिला है पिछले 48 घंटे से हो रही बरसात की वजह से नैनीताल जिले में 6 राजमार्ग 2 मुख्य जिला मार्ग सहित 29 रास्ते बंद हैं जिस वजह से आवागमन प्रभावित हुआ है.

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में नैनीताल स्नोव्यू इलाके में 103 मिलीमीटर बारिश हुई है. जबकि हल्द्वानी काठगोदाम में 95 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके साथ ही को कोस्या कुटोली में 122 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई है. तथा धारी में 75 मिलीमीटर बरसात हुई है, इसके साथ ही बेतालघाट में भी 84 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है और कालाढूंगी में 59 मिलीमीटर बरसात हुई है. इसके अलावा रामनगर में सबसे कम 19 मिलीमीटर जबकि मुक्तेश्वर में भी रिकॉर्ड तोड़ 103 मिलीमीटर बरसात हुई है. वही नदियों में पानी डिस्चार्ज की बात करें तो गौला नदी में 4843 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. जबकि कोसी बैराज से 6939 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है.

आपको बता दें कि चमोली जिले में 2 दिनों से मूसलाधार बारिश जारी है. वहीं बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हो चुका है ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी का सिलसिला जारी है. तो निचले वाले इलाकों में ठंड बढ़नी शुरू हो गई है. चमोली के थराली ,देवाल एवं नारायणबगड़ क्षेत्रों में 2 दिनों से मूसलाधार बारिश जारी है. वहीं बारिश ज्यादा होने से काश्तकारों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बताते चलें कि इन दिनों काश्तकारों की खड़ी फसलों को भी खासा नुकसान हो रहा है. वहीं इन दिनों धान की मड़ाई, मंडुवे की कटाई की जाती है. लेकिन ज्यादा बारिश होने से खड़ी फसलें सड़ने लगी है.

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