मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वॉन्ग ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर सिंगापुर और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य संबंधों को और बेहतर करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।
उच्चायुक्त साइमन वांग ने मुख्यमंत्री से कहा कि पिछली बार जब सितंबर 2021 में आपसे भेंट हुई थी। हमने तब यह महसूस किया था कि प्रदेश में सुरक्षा और शांति का बेहतर माहौल है और हम आपकी सरकार के दोबारा चुने जाने को लेकर आश्वस्त थे। आखिर हमारा आकलन सही साबित हुआ। उच्चायुक्त ने मुख्यमंत्री को विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व जीत पर बधाई दी।
सिंगापुर के उच्चायुक्त ने कहा कि उन्हें यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं लगता कि मुख्यमंत्री से भेंट के बाद उत्तर प्रदेश मुझे अपना दूसरा घर जैसा लगता है। सितंबर 2021 से अब तक सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों से भेंट की है। हमें जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश आगामी वर्ष ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन कर रहा है। हम चाहते हैं कि आप हमारी कंपनियों को इसमें आमंत्रित करें। उत्तर प्रदेश की कंपनियों का सिंगापुर में स्वागत है। यदि मुख्यमंत्री की सहमति हो तो सिंगापुर को उत्तर प्रदेश के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का फर्स्ट पार्टनर कंट्री बनने में प्रसन्नता होगी।
उच्चायुक्त वोंग ने बताया कि सिंगापुर की विभिन्न कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में 250 मिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है। अधिकांश निवेश नोएडा व आस पास के क्षेत्रों में हैं। हम अपने निवेशकों को लखनऊ सहित प्रदेश के दूसरे हिस्सों में निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उच्चायुक्त ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि उत्तर प्रदेश स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना होने जा रही है। हम इसमें सभी तरह के जरूरी सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
उच्चायुक्त साइमन ने कहा कि हमारा प्रस्ताव है कि उत्तर प्रदेश और सिंगापुर की सरकार के बीच ज्ञान, तकनीक और कौशल के एक्सचेंज के लिए एक कार्यक्रम हो। हम राज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों के क्षमता अभिवर्धन के लिए जरूरी प्रशिक्षण देने को तैयार हैं।
उच्चायुक्त ने कहा कि हमें वॉटर मैनेजमेंट सहित शहरी विकास और नियोजन के विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश का सहयोग करने में प्रसन्नता होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2018 में सिंगापुर की यात्रा की थी। इस अवसर पर शहरी विकास एक अहम मुद्दा था। प्रधानमंत्री की भावना के अनुसार हम उत्तर प्रदेश में काम करने के इच्छुक हैं।
विधानसभा चुनाव में जीत पर बधाई के लिए मुख्यमंत्री ने उच्चायुक्त के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि भारत और सिंगापुर के सुदृढ़ ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। राजनयिक संबंधों के साथ-साथ दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक रिश्ते हैं। उत्तर प्रदेश इन संबंधों को और बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सम्पन्न तृतीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में सिंगापुर की एक कंपनी ने ₹1100 करोड़ का निवेश किया है। स्मार्ट सिटी परियोजना में प्रदेश का उत्कृष्ट प्रदर्शन है। सिंगापुर हमें इस परियोजना की बेहतरी के लिए तकनीकी सहयोग कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपने निवेशकों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखता है। हमारी उद्योग अनुकूल नीतियों से प्रदेश का औद्योगिक माहौल बदला है। उद्योग जगत की जरूरतों के अनुसार 21 सेक्टोरल पॉलिसीज तैयार की गई हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप औद्योगिक विकास के लिए उद्यमियों को सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने को तत्पर है तथा अगले वर्ष प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सिंगापुर को पार्टनर कंट्री बनाने में खुशी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए उत्तर प्रदेश में सभी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हैं। उत्तर प्रदेश आज एक्सप्रेस वे प्रदेश बन रहा है। बहुत जल्द यह 05 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला राज्य होगा। हल्दिया से वाराणसी तक पहला इनलैंड वाटर वे उत्तर प्रदेश में ही है। यहां पर डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तथा वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश से गुजरते हैं। राज्य में दादरी तथा बोराकी में मल्टीमोडल लॉजिस्टिक/ट्रांसपोर्ट हब की स्थापना की जा रही है। सिंगापुर की कंपनियों को यहां अनुकूल माहौल प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर के पास हम भव्य फ़िल्म सिटी की स्थापना कर रहे हैं। यहीं मेडिकल डिवाइस पार्क और फिन-टेक सिटी का विकास हो रहा है। यहां निवेशकों के लिए असीम संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास सबसे बड़ा एमएसएमई बेस है। इस क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। इनके विकास के लिए सिंगापुर हमें सहयोग कर सकता है।
उच्चायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि जनपद अयोध्या में 8500 परिवारों के जीवन स्तर को ऊंचा करने के लिए सिंगापुर की एक संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है। यहां हर परिवार को स्मार्ट मीटर दिया गया है, जल की बचत और बिजली का न्यूनतम इस्तेमाल करने वाले परिवारों को पुरस्कृत किया जाएगा। परिवारों को जल और ऊर्जा संरक्षण के तौर-तरीकों से अवगत कराया जा रहा है। यह एक मॉडल है, जिसके माध्यम से समाज को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस प्रयास को महत्वपूर्ण बताते हुए इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि आज जल जीवन मिशन के।माध्यम से घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे में जल संरक्षण के लिए अयोध्या मॉडल उपयोगी हो सकता है।
मुख्यमंत्री से भेंट करने वाले सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल में उच्चायुक्त साइमन वांग, क्षेत्रीय निदेशक इंटरप्राइज डेनिस टेन, फर्स्ट सेक्रेटरी (पॉलिटिकल) वू पो चेंग और अब्राहम टेन शामिल रहे।