Desk : पीडब्ल्यूडी विभाग का विवादों से पुराना नाता रहा है. लेकिन इस बार ताबदलों को लेकर लोक निर्माण विभाग में बवाल मचा है. तबादलों में नीतियों की धज्जियाँ उड़ाई गयीं हैं. जेई,AE और XEN के तबादलों में नीति की धज्जियां उड़ी हैं. लोक निर्माण विभाग में ऐसे लोगों के तबादले किये है जो जिन्दा ही नहीं हैं.
गौर हो कि JE घनश्याम दास 3 साल पहले मर चुके हैं मृतक घनश्याम दास का झांसी तबादला कर दिया गया. इटावा में राजकुमार नाम का कोई JE ही नहीं है राजकुमार को इटावा से ललितपुर तबादला कर दिया गया. धर्मपाल को मैनपुरी और इटावा 2 जगह जेई बना दिया है.
लखनऊ
— भारत समाचार (@bstvlive) July 7, 2022
➡PWD में तबादलों को लेकर फिर मचा बवाल
➡जेई,AE और XEN के तबादलों में नीति की उड़ी धज्जियां
➡JE घनश्याम दास 3 साल पहले मर चुके हैं
➡मृतक घनश्याम दास का झांसी तबादला कर दिया
➡इटावा में राजकुमार नाम का कोई JE ही नहीं है#Lucknow pic.twitter.com/BQVPcrRVf0
यही नहीं फालिग सिंह को बदायूं और लखनऊ में 2 जगह पोस्टिंग मिली है. XEN आशीष श्रीवास्तव लखनऊ में 15 साल से लखनऊ में ही जेई जमे हैं. अब आशीष श्रीवास्तव लखनऊ में ही जेई, एई, XEN बने हैं. XEN बीडी मौर्या, राकेश कुमार भी 12 साल से जमे हुए हैं, PWD में आंख बंद करके इंजीनियरों के तबादले किए गए है.
PWD की ये करामात अजीबोगरीब है. इस तबादले के बाद से विभाग के ऊपर कई सवाल उठ रहें हैं. हालंकि ये विभागीय तबादला लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है.