
लखनऊ. लखनऊ का लोहिया संस्थान इन दिनों दलाली और भ्रष्टाचार के चलते बेहद सुर्ख़ियों में है। इलाज के लिए मरीजों से हो रही वसूली और भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आने के बाद लोहिया अस्पताल ने तुगलकी फरमान जारी किया है। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए लोहिया संस्थान ने मीडिया पर मरीजों से जुड़ी खबरों की कवरेज पर बैन लगा दिया है।
दलाली और भ्रष्टाचार के चलते सुर्ख़ियों में आए लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक मीडिया पर बैन लगा रहे हैं। अस्पताल परिसर में कवरेज करने के लिए मीडिया को चिकित्सा अधीक्षक से अनुमति लेनी होगी। लोहिया इमरजेंसी से मरीज़ प्राइवेट अस्पताल भेजे जाते हैं। दलाली और भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आने के बाद लोहिया अस्पताल दलालों का अड्डा बन चुका है।
लोहिया की इमरजेंसी में लगातार मरीजों की दलाली के मामले सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है मरीजों की दलाली में डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक शामिल है। सरकारी की भी किरकिरी हो रही है। ऐसे में लोहिया प्रशासन दलालों को पकड़ने के बजाय मीडिया के संस्थान में एंट्री पर रोक लगा रहा है। बता दें, पिछले माह इमरजेंसी में तैनात एक डॉक्टर की दलाल संग चैट वॉयरल हुई है। जिसके बाद डॉक्टर को निलंबित कर दिया। इससे पहले दिसंबर में एक मरीज की दलाली में शामिल डॉक्टर का फोटो वायरल हुआ था।