Mission Milkipur: बीजेपी और सपा के बीच छिड़ी राजनीतिक जंग, दिल्ली चुनाव के साथ हो सकता है ऐलान!

मिल्कीपुर की सीट भाजपा के अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी, और अब इस सीट पर उपचुनाव होने की उम्मीद है। भाजपा के कई मंत्रियों ने..

Mission Milkipur: आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की संभावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग ने इस उपचुनाव के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस उपचुनाव के लिए दोनों प्रमुख दलों, बीजेपी और समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

15 दिनों में तीन बार अयोध्या का दौरा

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी मिल्कीपुर सीट को जीतने के लिए बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपचुनाव की तैयारियों पर खुद नजर रखी है और पिछले 15 दिनों में तीन बार अयोध्या का दौरा किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर में उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की और इस हफ्ते भी अयोध्या में दो दिन रहने का कार्यक्रम तय किया है।

मिल्कीपुर सीट की कमान 6 मंत्रियों को सौंपी

बीजेपी ने मिल्कीपुर सीट की कमान 6 मंत्रियों को सौंपी है, जिनमें स्वतंत्रदेव सिंह, जेपीएस राठौर, दयाशंकर मिश्र दयालु, मयंकेश्वर शरण सिंह, सतीश शर्मा और कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही शामिल हैं। सीएम योगी 8 जनवरी को मिल्कीपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे, और 11 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव में शामिल होंगे।

संपर्क बढ़ाने के लिए टीमों की तैनाती

सपा भी इस उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय है और अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जाए। सपा ने बूथ स्तर पर संपर्क बढ़ाने के लिए टीमों की तैनाती की है। सपा की योजना है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान इस चुनाव को कवर करें, ताकि दुनिया भर को यह पता चले कि मिल्कीपुर में क्या हो रहा है।

बीजेपी और सपा के बीच कड़ा मुकाबला

मिल्कीपुर सीट पर 2022 विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के गोरखनाथ को 12,923 वोटों से हराया था। लोकसभा चुनाव 2024 में भी सपा ने अवधेश प्रसाद को फैजाबाद सीट से चुनावी मैदान में उतारा था, और उन्होंने बीजेपी के लल्लू सिंह को 55,000 से अधिक वोटों से हराया था।

उपचुनाव दोनों दलों के लिए हैं बहुत खास

बीजेपी के लिए मिल्कीपुर सीट जीतना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में अयोध्या और फैजाबाद सीट पर पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में, यह उपचुनाव दोनों दलों के लिए राजनीतिक महत्व रखता है।

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