यूरोप के सबसे बड़े जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर जंग के नौवें दिन रूस ने अपना कब्जा जमा लिया है. ऐसा माना जा रहा है कि यह एक बड़ा परमाणु खतरा हो सकता है. यूक्रेन ने नाटो से यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करे लेकिन नाटो ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है. माना ये जा रहा है कि अगर नाटो ऐसो करता है तो रूस और भी भड़क सकता है जिसमे कई देश कूद सकते हैं, और पूरे यूरोप में युद्ध शुरू होने की संभावना है.
नाटो के इस कदम पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भड़क गए हैं. उनका कहना है कि नाटो ने इस कदम से रूस को अनुमति दे दी गई जिससे वह यूक्रेन के शहरों और गांवों में बमबारी जारी रखेगा.
बता दें कि यूक्रेन नें नाटो से अपील की थी, कि यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित किया जाये जिससे रूसी हमलों से बचा जा सके. वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री का कहना है कि यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करने का मतलब है कि वहां पर रूसी हवाई जहाजों की घुसपैठ रोकने के लिए नाटो को अपने विमान भेजने पड़ेंगे, इससे पूरे यूरोप में युद्ध छिड़ जाएगा.
आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज दसवां दिन है. रूस यूक्रेन के बहुत से हिस्से पर अपना कब्जा कर चुका है. रूस नें जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर भी अपना कब्जा जमा लिया है. न्यूक्लियर प्लांट पर रूस के कब्जे के बाद पेंटागन की ओर से चेतावनी जारी की गई है.