इजरायल – हमास में छिड़ी जंग में अब ईरान की एंट्री हो चुकी है। खबर है कि ईरान ने इन दोनों देशों के बीच चल रही लड़ाई में हस्तक्षेप करते हुए शनिवार यानी 13 अप्रैल की आधीरात अचानक इजरायल पर हमला बोल दिया। करीब 200 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन से इजरायल पर हुए इस हमले ने पूरे विश्व का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में ईरान ने किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल जैसी खतरनाक हथियारों का उपयोग किया है। हमले की पुष्टि खुद इजरायल के विदेश मंत्री ने की है। वहीं, अब इजरायली सेना ने भी मोर्चा संभालते हुए हाई अलर्ट जारी किया है। साथ ही अपना एयर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टिवेट कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार अभी यह युद्ध शांत नहीं हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि ईरान अगले कुछ घंटों में एक बार फिर इजरायल पर हमला कर सकता है और ये हमला पिछली बार से ज्यादा मिसाईलों के साथ किया जाएगा। इस बीच इस हमले को लेकर ईरान ने बयान जारी करते हुए कहा है कि, “ये हमला इजरायल के द्वारा लगातार किए जा रहे अपराधों की सजा है। ईरानी सेना ने इस हमले को Operation to Promise का नाम दिया है।
बता दें, हमले का जवाब देते हुए इजरायली सेना ने भी बड़े पैमाने पर ईरान के तरफ से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया है। हालांकि, इन सबके बावजूद कुछ मिसाइलों से इजराईली मिलिट्री बेस को नुकसान पहुंचा है। इस बीच अमेरिका भी हाई अलर्ट पर चल रहा है। ईरानी हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने तत्काल सुरक्षा अधिकारियों के साथ मीटिंग करते हुए नेतन्याहू से भी फोन पर बात की है।