डॉक्टरों की लापरवाही से हुई नवजात की मौत, CMO ने दिए जांच के आदेश

प्रसव के दौरान जहाँ एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी । मौत के बाद परिजनों में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर काफी गुस्सा था। परिजन अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते रहे।

एक तरफ यूपी के डिप्टी सीएम व स्वास्थ मंत्री ब्रजेश पाठक आये दिन किसी न किसी सरकारी अस्पताल पर अचानक निरीक्षण करते रहते है। ताकि प्रदेशवासियो को अच्छी स्वास्थ व्यवस्था का लाभ मिल सके। इसको लेकर सीएम योगी और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक लगातार दावा करते रहते है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।

देश के 117 अति पिछड़े जनपद में शामिल चंदौली जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरने का नाम नही ले रही है। जिले के मिनी महानगर स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय से एक मामला सामने आया है। प्रसव के दौरान जहाँ एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी । मौत के बाद परिजनों में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर काफी गुस्सा था। परिजन अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते रहे। मामले की गम्भीरता देख सीएमओ और डिप्टी सीएमओ महिला अस्पताल पहुँचे और परिजनों से बात की। इस पूरे मामले में सीएमओ डॉ ये के राय ने सख्त आदेश प्रभारी को देते हुए कहा कि जांच कर दोषियों को कठिन से कठिन सजा दे तब जाकर मामला शांत हुआ ।

इस संबंध में राजकीय महिला चिकित्सालय के प्रभारी डॉ शिव कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि प्रसव पश्चात बच्चा यहां आया था। बच्चे की जब जांच की गई तो बच्चे के गले में नाल फंसी हुई थी। प्रसव के दौरान नवजात के गले मे नाल फसने से मौत हो गई है। मामले की जानकारी होते ही मौके पर सीएमओ और डिप्टी सीएमओ आए थे। मामले में एक जांच कमेटी बनाई गई डॉक्टरों की। जिसमें तीन गयक्नॉलॉजिस्ट शामिल है। टीम स्टेप बाय स्टेप एक एक चीज की जांच करेगी। जांच के बाद जो भी परिणाम आएगा सबको अवगत कराया जाएगा। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करने का सीएमओ साहब ने आदेश दिया है।

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