देश में इन दिनों यूनिफार्म सिविल कोड के मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई हैं। हर राजनितिक पार्टी इस पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं। कई दल इसे स्वीकार कर रहे हैं। वहीं कई बड़ी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा इसे लेकर नकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी दी जा रहीं हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जल्द ही इसे सदन में पेश कर सकती हैं। गुरुवार को नोबल पुरस्कार विजेता व अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने इसे लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी हैं।
अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा कि मैंने अखबार में ख़बर देखी थी। अख़बार में लिखा था UCC में अब और देरी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने इस बात को मूर्खतापूर्ण बताते हुए कहा , ये बात कहां से आई हैं कि इसे जल्दी लागू कर दें चाहिए? UCC में कुछ नियम हैं। केंद्र सरकार इसे इस तरह से कैसे लागू कर सकती हैं?
अमर्त्य सेन ने अपनी बात को जारी रखते हुए सवाल पूछा कि इससे किसका फायदा होगा? वहीं सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि वे जिस तरह देश चलाना चाहते हैं वह ग़लत है। हिंदू राष्ट्र ही भारत के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता नहीं है। हिंदूत्व का प्रयोग ग़लत तरीके से हो रहा है। हम कई सालों से बिना UCC के रहते आ रहे हैं और भविष्य में भी इसके बिना रह सकते हैं।