अल्मोड़ा में ऐतिहासिक व प्रसिद्ध नंदादेवी मेले की भव्य शुरुआत हो चुकी है। कदली वृक्षों की चंद वंशीय परिवार द्वारा पूजा अर्चना कर माँ नंदा सुनन्दा की मूर्ति का निर्माण कर प्राण प्रतिष्ठा भी की गयी। नन्दा सुनन्दा की प्रतिमा का स्वरुप उत्तराखंड की सबसे ऊँची चोटी नन्दादेवी की तरह बनाया जाता है।
स्कंद पुराण के मानस खंड में बताया गया है कि नन्दा पर्वत के शीर्ष पर नन्दादेवी का वास है। भगवती नन्दा की पूजा तारा शक्ति के रूप में षोडशोपचार, पूजन, यज्ञ और बलिदान से की जाती है। प्रतिमा निर्माण मध्य रात्रि में किया मध्य रात्रि में इन प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद आज नंदाष्टमी के पर्व पर अलमोड़ा नगर व जनपद के ग्रामीण क्षेत्रो से भरी मात्रा में माँ के भक्तों द्वारा माँ नंदा की पूजा जा रही है।
आज महानंदा अष्टमी के दिन नंदा-सुनंदा पूजा अर्चना में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं दर्शन के लिए आ रहे हैं।
लोगों में मेले के प्रति गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस मेले का लोग बहुत ही उल्लास के साथ आनंद ले रहे हैं।