
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में 34,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यूपी विधानसभा चुनाव में बमुश्किल कुछ महीने दूर हैं, राज्य सरकार अपने विकास एजेंडे को मजबूत करने के लिए मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में तेजी ला रही है जिसमें से जेवर परियोजना एक है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने समारोह की तैयारियों का जायजा लिया और इस प्रोजेक्ट को पीएम मोदी के विजन का हिस्सा बताया। उन्होंने परियोजना में देरी के लिए पिछली सरकारों में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि हवाई अड्डे के निर्माण से एक लाख नौकरियां पैदा होंगी।
प्रदेश सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों ने कहा कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (NIA) देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा। यह दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से लगभग 72 किमी, नोएडा से 40 किमी और दादरी में मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स हब से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है।
जेवर परियोजना चार चरणों में पूर्ण होगी। भविष्य में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होने का गौरव हांसिल करने वाला यह हवाई अड्डा 1,334 हेक्टेयर में फैला हुआ है। परियोजना का पहला चरण 36 महीने में पूरा होना है। राज्य सरकार ने अक्टूबर 2020 में निर्माणकारी संस्था का चयन करने के लिए बोली का आयोजन किया था जिसमे ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की एक शाखा यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) को इस परियोजना को मूर्त रूप देने की जिम्मेदारी मिली। राज्य सरकार द्वारा किये गए YIAPL से किये गए एक समझौते के मुताबिक पहला 29 सितंबर, 2024 तक समाप्त हो जाना चाहिए।