
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की “सावधान यात्रा” बृहस्पतिवार को महराजगंज जिले के पकड़ी चौराहा स्थित सब्जी मंडी में आयोजित की गई. इस सावधान यात्रा रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि आज सामाजिक परिवर्तन के महानायक,शोषितों, वंचितों एवं पिछड़े वर्गों के हितैषी, बहुजन नायक कांशीराम के परिनिर्वाण पर हम उन्हें नमन करते है.
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अपने संबोधन के दौरान आगे कहा कि बहुजन नायक कांशीराम का पूरा जीवन पिछड़ों, शोषितों, वंचितों में राजनीतिक चेतना जगाने और उनके कल्याण के लिए समर्पित रहा. वो हमेशा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा बताए उपदेशों पर चले. हम कांशीराम के शिष्य हैं और आज उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि वह देश व प्रदेश में जातीय जनगणना कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं. उनके इस आंदोलन व मुहिम से सरकारें दबाव में हैं. जनता इस मुद्दे पर जितनी जल्दी मुखर होगी उतनी जल्दी इसे कराने में सफलता मिल जाएगी. जातीय जनगणना के माध्यम से समाज के दबे, कुचले, अति पिछड़ों, दलितों और गरीबों को उनका हक दिलाने का काम किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जनता के लिए उनकी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी. गरीबों की आवाज उनके माध्यम से राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री तक पहुंच रही है. प्रधानमंत्री भी महाराजा सुहेलदेव राजभर की बात करते हैं. राजभर ने बताया कि यात्रा 26 सितंबर से लखनऊ से चल रही है यह सावधान यात्रा यूपी के 75 जिलों से होते हुए 27 अक्तूबर को गांधी मैदान पटना में पहुंचेंगी जहां पर सावधान महारैली के बाद सावधान यात्रा का समापन होगा.
उन्होंने बताया कि 2004 से ही उनकी पार्टी बिहार में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ रही है. आने वाले लोकसभा चुनाव में बिहार में भी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि देश में अब सभी दलों को मालूम हो गया है कि ओम प्रकाश राजभर यूपी में बड़ी ताकत बन गया है. ओम प्रकाश राजभर जो सदन में बोलते हैं वही सड़क पर बोलते हैं.
हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है कि भर, राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया जाए. मुख्यमंत्री से सारे सबूत के साथ मिला. मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव ने सीएम के सामने पूरी फाइल देखी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़ाई सही है. मुख्यमंत्री दिल्ली प्रस्ताव भेजने के लिए तैयार हो गए. मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेजने का आदेश दे दिया. 71 साल बाद यह प्रस्ताव लखनऊ से दिल्ली गया है. यह प्रस्ताव दिल्ली से पास कराना है. यह लड़ाई आपके बच्चों के भविष्य की है. इस मुद्दे पर लगातार सीएम से बात हो रही है.