छात्र महाकुंभ पर छिड़ा काशी विद्यापीठ में रार, धरने पर बैठे छात्र, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ विश्वविद्यालय

UP कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और सत्ता पक्ष के दबाव में सभी चीज हो रही है।

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में होने वाले छात्र महाकुंभ के कार्यक्रम की अनुमति अचानक रद्द किए जाने से गुरुवार को विश्वविद्यालय में छात्रों ने जमकर हंगामा काटा। इंडी गठबंधन से जुड़े छात्र संगठनों ने कार्यक्रम की अनुमति रद्द किए जाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर सत्ता पक्ष के दबाव में कार्य किए जाने का गंभीर आरोप लगाया, तो वही अनुमति को रद्द किए जाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र महाकुंभ में राजनैतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किए जाने का का हवाला दिया। छात्रों संगठनों के कार्यकर्ताओं के हंगामे को देखते हुए पुलिस कमिश्नरेट ने शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए विश्वविद्यालय में कई थानों की फोर्स को तैनात कर परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। वही इन सबके बीच बड़ी संख्या में समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई सहित भगत सिंह छात्र मोर्चा से जुड़े सैकड़ो छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गए।

छात्रों के आरोपी को विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया निराधार, कार्यक्रम में राजनैतिक दलों की सक्रियता पर उठाए सवाल

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में होने वाले छात्र महाकुंभ में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सपा के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह को आमंत्रित किया गया था। राजनैतिक दलों के नेता छात्र महाकुंभ में लोकसभा चुनाव में नौजवानों की भूमिका विषय पर अपना विचार प्रगट करते वाले थे। वही कार्यक्रम के एक दिन पूर्व ही विश्वविद्यालय ने पूर्व में छात्र महाकुंभ के लिए दिए गए अनुमति को रद्द कर दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा अनुमति रद्द किए जाने के खिलाफ धरने पर बैठे छात्रों का आरोप है, कि सत्ता पक्ष के इशारे पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने अनुमति को रद्द किया। वही विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर अमिता सिंह ने छात्रों के हंगामे पर अपना आक्रोश व्यक्त किया।

अमिता सिंह ने छात्रों की आड़ में विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न संगठनों से जुड़े बाहरी छात्रों द्वारा हंगामा किए जाने का आरोप लगता। उन्होंने अपने साथ कार्यकर्ताओं द्वारा अभ्रद्रता किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि छात्र महाकुंभ में केवल छात्रों के शामिल होने के नाम पर अनुमति मांगी गई थी। जबकि उन्हें दो दिन पूर्व पता चला कि इस कार्यक्रम में राजनैतिक दलों से नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। ऐसे में पूर्व के अनुमति को कैंसिल कर छात्रों को बताया गया है, कि किसी भी राजनैतिक कार्यक्रम के लिए उन्हें अनुमति नहीं दी गई है। इसके बावजूद भी छात्र कार्यक्रम करने के लिए अड़े हुए है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन में शांति व्यवस्था के लिए सुरक्षा व्यवस्था में लगी प्रॉक्टोरियल और पुलिस की टीम लगाई गई है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने राजनैतिक वजह से बताया किया गया अनुमति को रद्द

छात्र महाकुंभ को रद्द किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और सत्ता पक्ष के दबाव में सभी चीज हो रही है। किसके दबाव ने अनुमति को रद्द किया गया है, यह जांच का विषय है। अजय राय ने कहा कि देश में मौजूदा समय में सबसे ज्यादा नौजवान परेशान है, बीएचयू और विद्यापीठ में पढ़ाई के बाद छात्र नौकरी के लिए तरस रहे है। ऐसे में इस मुद्दे को हम सभी छात्र महाकुंभ में नौजवानों के सामने उठाते, ऐसे में सत्ता पक्ष और शासन के इशारे पर कार्यक्रम के लिए दी गई अनुमति को रद्द कर दिया गया। अजय राय ने अनुमति को रद्द किए जाने की निंदा किया।

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