
रूस के यूक्रेन में हमला करने के बाद कई भारतीय वहां फंस गए हैं। जिनमें तमाम छात्र छात्राएं भी शामिल हैं जो यूक्रेन में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए गए थे। कानपुर के रहने वाली आकांक्षा शुक्ला भी यूक्रेन में फंस गई है। लालबंग्ला क्षेत्र की रहने वाली आकांक्षा यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है। एमबीबीएस का उसका चौथा साल है। पिछले दिनों छुट्टियों के बाद अगस्त के महीने में वह यूक्रेन वापस गई थी।

यूक्रेन और रशिया के बीच तनाव बढ़ने के बाद परिजनों ने उसका भारत का टिकट करा दिया था। आज (24 फरवरी को) उसे यूक्रेन से फ्लाइट पकड़कर इंडिया आना था। रूस के यूक्रेन में हमला करने के बाद सभी फ्लाइट कैंसिल कर दी गई। जिसके बाद वह अपने साथियों के साथ इंडियन एंबेसी पहुंची। आकांक्षा के माता पिता का कहना है कि इंडियन एंबेसी में उन्हें किसी तरीके की कोई मदद नहीं दी गई।
फिलहाल उनकी बेटी तमाम अन्य छात्रों के साथ एक हॉस्टल में है। एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे हैं। आकांक्षा के परिजन भारत सरकार से किसी भी तरह से उनकी बेटी को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं। आकांक्षा के पिता एक बिजनेसमैन है जिनकी आंखें अपनी बेटी को याद कर भर आती है।