Mosque Survey: संभल में मस्जिद सर्वे के बाद हुई हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने आज न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। इस आयोग के अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा हैं, जबकि आयोग में रिटायर्ड आईएएस और रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी भी सदस्य के रूप में शामिल हैं।
आयोग की टीम ने आज मुरादाबाद के सर्किट हाउस में पहुंचने के बाद अपनी जांच प्रक्रिया की शुरुआत की। इसके बाद, आज रविवार को आयोग की टीम जामा मस्जिद इलाके में पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेगी।
राज्यपाल की अनुमति के बाद उच्च न्यायालय में दाखिल एक पीआईएल (पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन) के आधार पर यह आयोग गठित किया गया था।
आयोग को चार प्रमुख बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया गया है:
- हिंसा की उत्पत्ति: यह हिंसा अचानक हुई थी, सुनियोजित थी, या किसी प्रकार का षड्यंत्र था?
- पुलिस प्रशासन की भूमिका: पुलिस प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्या उपाय किए थे?
- हिंसा के कारण: किन कारणों और परिस्थितियों के कारण संभल में यह हिंसा घटित हुई?
- भविष्य में उपाय: इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए क्या इंतजाम किए जा सकते हैं?
आयोग के गठन के बाद से क्षेत्रीय सुरक्षा और प्रशासनिक तंत्र सक्रिय हो गया है, और जांच पूरी होने तक इलाके में तनावपूर्ण स्थिति को शांत करने की पूरी कोशिश की जा रही है।