स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर सियासत जोरों पर है। रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। रामचरितमानस पर मौर्या की आपत्तिजनक टिपण्णी को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध जाहिर किया था। राजधानी लखनऊ के लेटे हनुमान जी के मंदिर में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लगाया गया पोस्टर। पोस्टर में लिखा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
दरअसल रामचरितमानस पर मौर्या की आपत्तिजनक टिपण्णी को लेकर देशभर में उनका विरोध दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लेटे हनुमान जी के मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ विवेक तांगड़ी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लेटे हनुमान मंदिर में पोस्टर लगाया है। ]
लखनऊ के हज़रतगंज कोतवाली में दर्ज हुयी FIR
रामचरितमानस पर मौर्या की आपत्तिजनक टिपण्णी को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध जाहिर किया था। इसे लेकर उनके खिलाफ राजधानी लखनऊ में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। इसी कड़ी में शिकायत के आधार पर राजधानी लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने आईपीसी की धारा 295A, 298, 504, 505(2),153A में एफआईआर दर्ज हुई कर लिया है। पुलिस ने यह FIR एक शिकायत प्राप्त होने के आधार पर की है। पंजीकृत मामले में कहा गया है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या का बयान समाज को जाति और धर्मों में विभाजित करने वाला है।
ये स्वामी प्रसाद मौर्य का व्यक्तिगत बयान- शिवपाल
स्वामी के बयान पर शिवपाल यादव ने कहा की यह उनका निजी बयान है समाजवादी पार्टी का उनके इस बयान से कोई लेना देना नहीं है। इटावा पहुंचे शिवपाल से जब मीडिया ने स्वामी प्रसाद के बयान पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तब उन्होंने यह बातें कहीं, उन्होंने आगे कहा कि हम भगवान राम और कृष्ण के आदर्श पर चलने वाले लोग है। उन्होंने बीजेपी से सवाल करते हुए पूछा क्या बीजेपी भगवान राम के आदर्शों पर चल रही,उन्होंने आगे कहा की बीजेपी के लोग राम के नाम को बेच रहे है।