15 अगस्त पर बड़े हमले को अंजाम देना चाहता था आतंकी अहमद रजा, ATS की पूछताछ में बड़ा खुलासा

आरोपी फिरदौस अहमद डार से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के मुताबिक, अहमद अपने साथी के साथ मिलकर आगामी स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम देने की फिराक में था. अहमद का सगा चाचा गुलाम अहमद डार (मुजाहिद्दीन) था, वर्ष 1994 में सेना की मुठभेड़ में मारा गया था.

लखनऊ. यूपी एटीएस ने ISI आतंकी अहमद रजा से रिमांड के दौरान पूछताछ कर रही है. अहमद राजा ने पूछताछ में अपने गांव के पास पिस्टल व कारतूस छिपाने की बात स्वीकारी है. यूपी एटीएस ने उसकी निशान देही पर 32 बोर की पिस्टल, मैगजीन और 6 जिंदा कारतूस बरामद किया है.

बताया जा रहा है कि बरामद विदेशी पिस्टल USA की है. अहमद रजा से पूछताछ के दौरान अहम जानकारी मिली है. आरोपी हिजबुल मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्यॉय बुरहान वानी व जाकिर मूसा से प्रेरित था. वह उनको अपना आदर्श मानता था. आरोपी के मोबाइल से वीडियो, फोटो व व्हाट्सएप्प/फेसबुक मैसेंजर चैट प्राप्त हुई है.

यूपी एटीएस को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, फिरदौस ने अहमद रजा को कश्मीर बुलाकर अनंतनाग की पहाड़ियों में आंतकवादी ट्रेनिंग दी. व्हाट्सएप्प/फेसबुक मैसेंजर चैट्स से यह भी पाया गया है कि आरोपी अहमद रजा पाकिस्तानी व अफगानी आतंकवादियो के सम्पर्क में था और उनसे हथियारों की ट्रेनिंग ले रहा था.

आतंकी अहमद रजा तालिबानी सेना की स्पेशल फोर्स बदरी 313 कमाण्डो शाखा में शामिल होना चाहता था. उसके मोबाइल मे मुजाहिद्दीनों के लिये हथियारों की व्यवस्था करने की चैट व फोटो मिली है. आतंकी अहमद जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी आतंकवादी वलीद के सम्पर्क में भी था जिसके कहने पर उसके द्वारा एक आटोमेटिक पिस्टल खरीदी गयी थी.

आरोपी फिरदौस अहमद डार से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के मुताबिक, अहमद अपने साथी के साथ मिलकर आगामी स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम देने की फिराक में था. अहमद का सगा चाचा गुलाम अहमद डार (मुजाहिद्दीन) था, वर्ष 1994 में सेना की मुठभेड़ में मारा गया था.

आरोपी अपने मुजाहिद्दीन चाचा गुलाम अहमद डार से प्रेरित था और जाकिर मूसा को अपना आदर्श मानता है. अहमद के मोबाइल से जाकिर मूसा का फोटो व अन्य जेहादी विडियो पाए गए हैं. जिसमे मारे गये आतंकवादियों की शहादत का गुणगान किया गया है.

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