देहरादून. आंदोलनकारियों से सख्ती से निपटने के निर्देश मामले में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने डीजीपी अशोक कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मामले पर कहा कि मुकदमा हो तो सबसे पहले डीजीपी पर ही होना चाहिए, ‘अंकिता भंडारी हत्याकांड में डीजीपी ने ऩियम का उल्लंघन किया’। ‘फोन रिकार्डिंग किस नियम के तहत सोशल मीडिया पर डाली थी?’
उत्तराखंड में धरना-प्रदर्शन के दौरान नियमों का उल्लंघन होने पर आंदोलनकारियों से सख्ती से निपटने के निर्देश देने पर कांग्रेस ने डीजीपी अशोक कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने दो टूक कहा कि नियमों का उल्लंघन करने में यदि किसी के खिलाफ मुकदमा होता है तो सबसे पहले डीजीपी के खिलाफ ही होना चाहिए।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में डीजीपी ने अंकिता के पिता से फोन पर बात करने के बाद किस कानून के तहत फोन की रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर अपलोड की थी? करन ने पुलिस अफसरों पर तीखे सवाल दागे। गौरतलब है कि सोमवार को देहरादून पुलिस की समीक्षा बैठक में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई थी।साथ ही दून में होने वाले विरोध-प्रदर्शनों के दौरान नियमों के उल्लंघन पर गिरफ्तारी तक करने के निर्देश दिए हैं।