पीला गमछा डालकर जब थाने पंहुचा राजभर का कार्यकर्ता, पढ़ें फिर कैसे पुलिस ने निकाली हेकड़ी…

उत्तर प्रदेश में सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का गमछा वाला बयान उनके कार्यकर्ताओं के लिए महंगा पड़ता नजर आ रहा है।

उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का गमछा वाला बयान उनके कार्यकर्ताओं के लिए महंगा पड़ता नजर आ रहा है। योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद हाल ही में ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि, “जब भी तुम्हें थाने पर जाना होगा केवल पीला वाला गमछा लगाकर जाना, इससे हर दरोगा जी को तुम्हारी शकल में ओपी राजभर दिखेगा।” उस वक़्त उन्होंने ये नहीं सोचा होगा कि उनकी बातों को उनके कार्यकर्ता इतना गंभीरता से लेंगे।

मंगलवार यानी 12 मार्च को ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से सामने आया है। जहां के नवाबगंज पुलिस थाने में पीला गमछा डालकर सुभासपा का एक कार्यकर्ता यह सोच कर पहुँच गया। मगर जैसा राजभर ने बोला था वैसा कुछ भी नहीं हुआ। बल्कि उल्टा कार्यकर्ता की दारोगा जी ने ही हेकड़ी निकाल दी और उसक गमछा-मोबाइल थाने में रखवा लिया। हालांकि अब इस घटना से नाराज सुभासपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन कर खूब हो हल्ला मचाया है।
 
बता दें, ओपी राजभर के द्वारा कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए कहा गया था कि, “जब थाने में पीला गमछा लगाकर जाओगे तो दारोगा जी को तेरे चेहरे में ओमप्रकाश राजभर नजर आएगा। उन्होंने कहा था, “थाने पर जाओ तो सफेद नहीं पीला गमछा लगा कर जाओ। बाजार में 20-25 रुपये का मिलता है। इस गमछे को लगाकर जब थाने में जाओगे तो दारोगा जी को तेरी शक्ल में ओम प्रकाश राजभर नजर आएगा। ये है पावर और जाकर बता देना कि मंत्री जी भेजे हैं। दारोगा जी में पावर नहीं है कि मंत्री जी से फोन करके पूछें कि भेजे हैं या नहीं। बोलिए है पावर…? अरे एसपी और डीएम को भी पावर नहीं है। आज जिस मुकाम पर मई खड़ा हु डीजी को भी पावर नहीं है कि वो हमसे पूछे आपने भेजा है या नहीं भेजा है।”

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