अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा, भाजपा भारत में राज्य चुनावों के मौजूदा दौर में अपना समर्थन बनाए रखने में सक्षम प्रतीत होती है। बुधवार को वाशिंगटन में सीनेट पैनल की एक चर्चा में दक्षिण एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने कहा, “मुझे लगता है कि हम मार्च में आने वाले चुनावी परिणामों में देखेंगे कि मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन भारत में बहुत अधिक जनाधार रखता है।”
उन्होंने कहा, “जब मैं बतौर एक पर्यवेक्षक चुनाव को देखता हूं तो पाता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी देश के भीतर अपार जनसमर्थन रखती है।” उन्होंने आगे कहा कि भारत के जिन छः राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनमें से चार में भाजपा ने अकेले ही सरकार चला रखी है, और एक में गठबंधन है, जबकि एक में कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी थी। लू ने कहा कि विपक्ष के प्रभावी होने के लिए कांग्रेस पार्टी को जनता के लिए अपना सुस्पष्ट संदेश और अपना नेतृत्व खोजना होगा।
उन्होंने अपने बयान में आगे कहा “मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी फिर से अपनी पहचान खोजने की कोशिश कर रही है, वह अपने उपयुक्त नेताओं और भारतीय जनता के लिए अपने संदेश की तलाश कर रही है और मुझे लगता है कि जब तक कांग्रेस पार्टी ऐसा करने में सक्षम नहीं हो जाती, तब तक विपक्ष को एकजुट हो पाना बहुत मुश्किल होगा।” बैठक की अध्यक्षता करने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर क्रिस मर्फी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि मोदी का चुनावी प्रदर्शन “सत्तारूढ़ पार्टी (BJP) की जैविक लोकप्रियता अथवा उनकी सियासी रणनीति के कारण था जिसे अमेरिकी लोकतंत्र में आदर्श नहीं माना जा सकता।
बता दें कि अमेरिकी अधिकारी क्रिस मर्फी, समीपवर्ती पूर्वी देश, दक्षिण एशिया और मध्य एशियाई देशों में काउंटर टेररिज्म पर चर्चा के लिए बनी एक उपसमिति की अध्यक्षता का रहे थे। इसी दौरान भारत के साथ अमेरिकी संबंधों पर बात करते हुए एक सीनेटर ने भारत में चल रहे पांच राज्यों के चुनावी परिणामों में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन को लेकर भविष्यवाणी कर डाली।