BJP से हाथ मिलाएंगे जयंत? RLD पर शिवपाल यादव का बड़ा दावा

जयंत चौधरी अब I.N.D.I.A को ठेंगा दिखा कर BJP के साथ हाथ मिलाने वाले हैं। इस बीच शिवपाल यादव ने दावा करते हुए अटकलों पर फुलस्टॉप लगा दिया है।

डिजिटल डेस्क: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ही I.N.D.I.A का भविष्य साफ़ हो गया है। चुनाव से पहले ही इस महागठबंधन में पड़ते फूट के चलते अब ये चौतरफा घिरता चला जा रहा है। अब JDU के बाद राष्ट्रीय लोकदल के इससे अलग होने की ख़बरों ने सियासी हलकों में उथल पुथल मचा दी है। ऐसा माना जा रहा है कि जयंत चौधरी अब I.N.D.I.A Alliance को ठेंगा दिखा कर BJP के साथ हाथ मिलाने वाले हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने बड़ा दावा करते हुए इन अटकलों पर फुल स्टॉप लगाने की कोशिश की है। खैर अब आगे क्या होगा वो तो जयंत ही जानें, मगर कुछ सियासी दिग्गजों का मानना है कि RLD के मुखिया की BJP से डील पक्की हो गई है।

हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे और BJP को हराएंगे

बुधवार यानी 7 फरवरी को मीडिया से बातचीत में सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने कहा की, “RLD के साथ अपने गठबंधन की फर्जी अफवाह BJP फैला रही है। इस बात में कोई सच्चाई नहीं है।” उन्होंने दावा करते हुए कहा कि, “RLD हमारे साथ है और आगामी चुनाव में भी हमारे साथ ही रहेगी। हम लोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी को हराएंगे।” जब पत्रकरों ने 11 फरवरी के दिन विधायकों को अयोध्या ले जाने पर शिवपाल से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि, “सपा के विधायक वहां नहीं जाएंगे। उस दिन जाने का कोई विशेष महत्व नहीं है, पहले बात निमंत्रण की थी जो हमें नहीं मिला था। अब हम अपनी सुविधा से जाएंगे।

क्या चुनाव से पहले ही हार जाएगी INDIA Alliance?

गौरतलब है कि इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने विद्रोह का बिगुल फूंकते हुए INDIA Alliance को बड़ा सदमा दिया था। विद्रोह की उसी सुगबुगाहट के बीच JDU प्रमुख नीतीश कुमार ने दलबदल करते हुए BJP से हाथ मिला लिया। अब जयंत चौधरी के गठबंधन से विद्रोह के खबर ने विपक्षी खेमे को संकट में डाल दिया है। अभी हाल ही में आई एक खबर के अनुसार जयंत ने हाल ही में UP के छपरौली में आयोजित अपने दादा स्व: चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम को रद्द कर दिया था। हालाँकि, जयंत की पार्टी ने इस मामले पर अनुपयुक्त जमीनी परिस्थितियों के कारण कार्यक्रम में देरी को कारण बताया है। मगर कई गुप्त सूत्रों ने बताया है कि उनका यह कदम BJP से हाथ मिलाने के तरफ बढ़ने का एक छोटा सा कदम है।

हालाँकि अभी तक इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सियासी बुद्धिजीवियों का कहना है कि RLD नेतृत्व ने अभी तक न तो इन्कार किया और न ही इकरार, जिस कारण चर्चाओं ने दिनभर तेजी पकड़ी। कहीं ऐसा न हो कि जो थोड़े दिग्गज INDIA Alliance में अभी तक हैं वो भी इसका बीच मजधार में साथ छोड जाएं।

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