मौसम की सटीक भविष्यवाणी के लिए लखनऊ सहित प्रदेश के पांच शहरों में ‘डॉप्लर रडार, तहसील स्तर पर ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) व ब्लॉक स्तर पर दो-दो आटोमेटिक रेन गेज (एआरजी) की स्थापना होगी। इसके लिए शासन का राजस्व विभाग, मौसम विभाग नई दिल्ली के साथ करार करेगा।
मौसम विभाग उपकरणों की खरीद में राज्य को तकनीकी सहयोग देगा। मौसम विभाग ने उपकरणों की खरीद के लिए समिति का गठन कर दिया है। इसमें मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के निदेशक भी शामिल हैं। शासन के एक अधिकारी ने बताया प्रदेश के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के लिए मौसम केंद्र लखनऊ में एस-बैंड पर आधारित डॉप्लर रडार लगा है।
पदा से जन-धन हानि रोकने के लिए प्रदेश सरकार की यह पहल है। प्रदेश के पश्चिमी भाग का पूर्वानुमान दिल्ली स्थित डॉप्लर रडार से, जबकि पूर्वी हिस्से का पटना स्थित डॉप्लर रडार से लगाया जाता है । एडब्ल्यूएस की स्थापना से तापमान, आद्राता, हवा का प्रवाह दबाव दिशा व गति तथा वर्षा आदि के बारे में जानकारी हो सकेगी। 450 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन व 2000 ऑटोमेटिक रेनगेज की स्थापना पर भी सहमति हुई है।