बसपा से निष्कासित होने के बाद इमरान मसूद ने भारत समाचार के सवालों के दिए जवाब, देखिए

बसपा से निष्कासित होने के बाद इमरान मसूद ने भारत समाचार से खास बातचीत की. और इस बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए.

लखनऊ- इमरान मसूद के खिलाफ बीते दिनों बसपा पार्टी ने बड़ा एक्शन लिया था. बसपा पार्टी ने इमरान मसूद को निष्कासित कर दिया है. इमरान मसूद के बसपा से हटने के बाद सियासी गलियारों में खूब बयानबाजी हुई.

बसपा से निष्कासित होने के बाद इमरान मसूद ने भारत समाचार से खास बातचीत की. और इस बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए.

सवाल- इमरान रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार है, जो भाई-बहन के रिश्ते को और ज्यादा मजबूत करता हैं लेकिन यहाँ तो उल्टा हो गया आपके साथ ?
जवाब- बहन जी का आशीर्वाद जिस रूप में भी मिले वो मुझे स्वीकार है.
जवाब- मैं उनका आभारी हूँ कि उनका मुझे स्नेह प्राप्त हुआ बस मैं यही कह सकता हूँ.

सवाल- आखिर आपसे क्या खता हो गई?
जवाब- मुझे तो खता खुद नहीं पता है तो मैं क्या बताऊं? मुझे तो प्रेस से ही पता चला कि मेरा निष्कासन कर दिया.अगर कोई मुझे नोटिस जारी किया जाता तो मैं बता पाता कि मेरी खता क्या है?

जवाब- अगर खता पार्टी मूवमेंट को आगे बढ़ आगे बढ़ाना है. पार्टी के आधार को आगे बढ़ाना है तो खता मेरी है. कि मैंने पार्टी को बढ़ाने का काम किया. मैंने तो पार्टी को घटाने का काम नहीं किया.

सवाल- इमरान भाई ये चर्चा है कि लोकसभा का जो टिकट है सहारनपुर का आप उस पर दावा ठोक रहे थे और जो निकाय चुनाव में आपने कोई टिकट मांगा उसमें दबाव बनाया है ?

जवाब- जो प्रेस विज्ञप्ति लिखने वाले हैं इनको तो पता ही नहीं है. बात तो बहन जी और मेरे बीच में थी. इनकी जानकारी भी नहीं है. बहन जी ने मुझे खुद कहा था कि तुम लोकसभा की तैयारी करो.

जवाब- मैं लोकसभा की तैयारी कर रहा था. उसके बाद ऐसा क्या हुआ कि एक मिनट के अंदर मुझे पता भी नहीं चला और निष्कासित कर दिया तो मुझे तो खुद जानकारी नहीं है.

सवाल- अच्छा बहन जी और आपके जो बीच की बात थी क्या आप वो शेयर करना चाहेंगे?

जवाब-बिल्कुल भी नहीं है. बहन जी बहुत बड़ी नेता हैं. उनका आदर सम्मान सदैव मेरे मन में रहेगा.

सवाल- मतलब उन्होंने भले ही आपको अपने दिल से निकाल दिया हो लेकिन आपके दिल में वो आज भी बसती है ?

जवाब- देखिए उन्होंने जो मुझे सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और मुझे छोटा भाई माना तो मैं हमेशा उनका छोटा भाई बनकर ही रहूँगा और हमेशा उनका सम्मान करूँगा.

सवाल- प्रेस में कुछ पैसों का भी जिक्र है और आपका कल एक वर्जन भी आया था. जिसमें आपने कहा कि मेरी औकात नहीं कि मैं पाँच करोड़ रुपए दे सकूँ. वो क्या मामला है?

जवाब-नहीं मैंने पैसे नहीं कहा था मैंने ये कहा था कि पाँच करोड़ की रसीदें कटवा सकूँ. मेरी औकात नहीं है. ये हाँ. मेरे साथियों के पास या मेरे पास इतना पैसा नहीं है. कि हम पाँच करोड़ की सदस्यता शुल्क जमा करा सकें. तो वो बात उन्होंने अपने आप लेटर में लिखी, मैंने जवाब दिया.मैंने अपनी तरफ से कोई भी बात नहीं करी है.

सवाल- अच्छा ये बताइए कि आपके ऊपर ये भी आरोप लग रहे हैं कि आप राहुल गाँधी से बहुत क्लोज हो गए थे यही जो गतिविधि है उसको पार्टी विरोधी माना बहुजन समाज पार्टी ने?

जवाब- ये तो कोई मतलब ही नहीं है, मैंने कभी राहुल जी या प्रियंका जी के बारे में कभी भी कोई बात ऐसी नहीं कहीं जिसके ऊपर आप मुझे कह सकें कि मैंने पहली बार बोला हो, मैंने हमेशा उनकी तारीफ की,अच्छे हैं, अच्छों की तारीफ हमेशा होती है, मैंने हमेशा तारीफ की, तो ये बात कहना बिल्कुल गलत होगा कि क्लोज हो गए थे.

जवाब-मेरी तो पिछले दो साल से कोई मुलाकात भी नहीं हुई. मैंने तो पार्टी की लाइन के ऊपर काम किया. पार्टी ने जो काम दिया उस काम को पूरा किया.

सवाल- तो अभी जिस मुलाकात की चर्चा है कि आप राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी से दिल्ली में मिले वो बात कितनी सत्य है?

जवाब-हंड्रेड परसेंट झूठ है मेरी पिछले दो साल से कोई मुलाकात राहुल और प्रियंका जी से नहीं हुई मेरी मुलाकात लास्ट 18 दिसंबर को हुई थी जब मैंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी.उसके बाद मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई. सुल्तानपुर गया था मैं राहुल जी के साथ उसके बाद मेरी कोई मुलाकात राहुल जी से नहीं हुई.

सवाल- सर आपने तारीफ की राहुल गाँधी की कांग्रेस पार्टी की ये जानते हुए भी कि बहन जी उसको बर्दाश्त नहीं करती ?

जवाब- देखिए व्यक्तिगत रिश्ते हमेशा मायने रखते हैं कल कोई कहेगा मुझसे कि मैं बहन जी की बुराई करूँ तो नहीं करूँगा.

सवाल- एक सवाल ये भी है कि सहारनपुर से जो आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं चंद्रशेखर उनसे भी आपका बहुत तगड़ा याराना है और वो भी कहीं बहुजन समाज पार्टी, उसके लीडर पचा नहीं पा रहे थे ?

जवाब- देखिए, क्योंकि चंद्रशेखर हमारे यहाँ के हैं तो चंद्रशेखर से मेरे संबंध पहले से हैं कोई नए तो हैं नहीं. चंद्रशेखर अपनी लाइन पर पॉलिटिक्स कर रहे हैं मैं अपनी लाइन पर पॉलिटिक्स कर रहा हूं.

जवाब- मैंने कौन सा काम ऐसा किया जिससे चंद्रशेखर को फायदा हुआ हो.

सवाल- चंद्रशेखर को अभी गोली लगी थी तो आप उनको देखने गए थे, क्या पार्टी से इसकी परमिशन लेनी पड़ती है?

जवाब- इसका मुझे बेहद अफसोस है कि मैं चंद्रशेखर जी को देखने नहीं गया.

सवाल-आपका नेचर ऐसा नहीं है कि आप मीडिया से दूर रहे जो निजी संबंध है उससे दूर रहे उसके बावजूद भी पार्टी में आप कैसा महसूस कर रहे थे?

जवाब- अब उन्होंने मुझे बाहर कर दिया अब आजाद कर दिया तो बस ठीक है अब बात करेंगे.

सवाल- इमरान अगला पड़ाव आपका कहाँ?

जवाब- हाँ ये तो अल्लाह को बेहतर पता होगा कि कहाँ किसका क्या पड़ाव होगा और किसके मुकद्दर में क्या है? मेरे साथियों के साथ मैं चर्चा करूंगा.

सवाल- चर्चा ये चल रही है कि आप फिर से कांग्रेस पार्टी में जाना चाहते हैं और जाने वाले हैं इस चर्चा को कितना ठीक मानें?

जवाब- मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है मेरे साथी जब तक मैं साथियों से चर्चा ना करूं तब तक कोई निर्णय बताने की स्थिति में मैं नहीं आऊंगा मेरे साथी सबसे सर्वोपरि हैं.

जवाब- उन्हीं के निर्णय के अनुसार मैं काम करूंगा मैंने अपने मन को मार कर के कांग्रेस को छोड़ा था केवल साथियों के दबाव के कारण वरना मैं कांग्रेस छोड़ना भी नहीं चाहता था.

सवाल-आपने मिस किया कैराना से राहुल गांधी निकल गए थे.

जवाब- देखिए अब इन बातों का कोई मायने नहीं है जो बीत गया उसके ऊपर क्या चर्चा करें?

सवाल- अच्छा ये बताइए कि सहारनपुर की राजनीति में क्या बदलने वाला है? अब इमरान मसूद ना तो बसपा में है और ना ही समाजवादी पार्टी में ?

जवाब- ये तो मेरे अल्लाह की मेरे ऊपर मेहरबानी है इंशाल्लाह मुझे उम्मीद है .

सवाल- अभी ये माना जा रहा है कि गठबंधन में जो लीडरशिप है कांग्रेस पार्टी की राहुल गांधी की सब लोग उससे जुड़ रहे हैं तो क्या ये मानकर चलें कि एक मजबूत विकल्प के तौर पर कांग्रेस पार्टी अगला आपका हो सकता है?

जवाब- देखिए राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के बाद देश के अंदर राजनीतिक पूरी तरीके से बदल गया है. और जो बार-बार भारतीय जनता पार्टी के लोग कहते थे कि देश के अंदर विकल्प नहीं है.उन्होंने एक मजबूत विकल्प देने का काम कर दिया है.

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