
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब जातीय जनगणना चाहते हैं, इसके बिना हमारी आबादी, हिस्सेदारी नही पता चलेगी, तब कैसे आप सबका विश्वास जीतेंगे। कहा कि जातीय जनगणना के बिना विकास अधूरा रहेगा, सबका साथ सबका विकास बिना जाति जनगणना के कैसे संभव है। कहा कि हमारे सहयोगी दल अपना दल, रालोद भी जाति जनगणना चाहते हैं। इसके अलावा भी कई दल चाहते हैं कि जाति जनगणना होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है,तो उत्तरप्रदेश में क्यों नही हो सकती?? दक्षिण भारत के बड़े नेता भी चाहते हैं। हमारी मांग है,जातीय जनगणना होनी चाहिए। आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं,तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यो नहीं है। बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं, तो फिर क्यों जातीय जनगणना नही होनी चाहिए। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर तीन माह में कराएंगे जातीय जनगणना.
कानपुर में माँ-बेटी की मौत का मुद्दा अखिलेश ने सदन में उठाया और बोले कि बुलडोज़र के दिमाग़ नहीं होता, चलवाने वाले देखे जाने चाहिए। इसके अलावा एक और वीडियो का ज़िक्र करते हुए कहा कि किस तरह से न्याय माँगने गए इसी ब्राह्मण परिवार को नंगा कर दिया गया था।