हापुड़ मामले पर अखिलेश यादव का ट्वीट, कहा – शासन-प्रशासन में से कोई वकीलों के साथ नहीं

हापुड़ में वकीलों पर हुई लाठी चार्ज के बाद से पूरे प्रदेश में वकीलों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है। इस मुद्दे का अब राजनीतिकरण भी ....

हापुड़ में वकीलों पर हुई लाठी चार्ज के बाद से पूरे प्रदेश में वकीलों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है। इस मुद्दे का अब राजनीतिकरण भी किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट करते हुए प्रदेश के शासन – प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होने लिखा कि इंसाफ़ के लिए साथ खड़े होनेवाले वकीलों के लिए आज उप्र शासन-प्रशासन में कोई साथ खड़े होने के लिए तैयार नहीं है।

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आगे सपा प्रमुख ने कहा कि सपा माँग करती है कि हापुड़ पुलिस द्वारा जिला न्यायालय के महिला एवं पुरुष अधिवक्ताओं पर बर्बरता से किए गए लाठी चार्ज के विरोध में पिछले 12 दिनों से पूरे प्रदेश के चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल का भाजपा की निर्मम सरकार तत्काल बात करके सौहार्दपूर्ण रास्ता निकाले। इस सिलसिले में अधिवक्ताओं का साथ देने की सज़ा के रूप में पद से हटाए गये ज़िले के DGC क्रिमिनल को बहाल करे। भाजपा न्याय सुनिश्चित करवानेवालों के साथ तो न्याय करे।

इससे पहले भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वकीलो की हड़ताल को लेकर ट्वीट किया था। तब अखिलेश यादव ने इस घटना की निंदा की थी। अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में अराजकता व्याप्त है। भाजपा सरकार में पुलिस बेलगाम है। पुलिस ने कोर्ट परिसर में घुसकर जिस तरह से वकीलों और महिलाओं को बर्बरता से पीटा है वह घोर निन्दनीय है।

गौरतलब है कि हापुड़ में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया था। यह घटना तब घटी थी जब हापुड़ में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने महिला अधिवक्ता व उसके पिता के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए न्यायिक कार्य का बहष्कार किया था। साथ ही तहसील चौपला पर जाम लगा दिया था। अधिवक्ता मुकदमा वापस लिए जाने की मांग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच भिड़ंत हुई थी. फिर पुलिस ने वकीलों पर जमकर लाठियां बरसाई थीं।

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