मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जाने का अखिल भारतीय संत समिति ने किया समर्थन

रिपोर्ट : नीरज जायसवाल

वाराणसी। देश में इन दिनों मंदिरों में ड्रेस को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी के द्वारा मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जाने का बयान का समर्थन तमाम संतो के द्वारा किया जा रहा है।मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जाने का समर्थन काशी के संतो के साथ अखिल भारतीय संत समिति ने भी किया है।

अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रान्द सरस्वती ने मंदिरों में धार्मिक स्थल, अखाड़ा और मंदिरों में पुरुष और महिलाओं के ड्रेस कोड लागू किए जाने की बात कही है।

क्लब में जाने के लिए ड्रेस कोड पर असुविधा नहीं, तो मंदिर में क्यों ? : स्वामी जितेंद्रानन्द

मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जाने का समर्थन करते हुए अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रान्द सरस्वती ने कहा कि कुछ परिवार के लोग अर्धनग्न वस्त्र में अपने संतानों को मंदिर में भेजने लगे है। जब उन्हे क्लबों में जाने के समय ड्रेस कोड का पालन करने में असुविधा नही है, तो मंदिरो के ड्रेस कोड का पालन करने में क्या असुविधा हो सकता है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी के द्वारा मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जान की बात हम सभी को एक राह दिखाई है। हमे पूर्ण विश्वास है कि देशभर के मंदिर जो महंत और विभिन्न अखाड़ों के द्वारा संचालित है, वहां एक सभ्य और सुसंगत ड्रेस पहनकर ही लड़के और लड़कियां प्रवेश करेंगे। यह सभी से अपेक्षा रहेगी।

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